शिमला- पत्रकार से नेता बने मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का ब्राह्मण चेहरा हैं, और अब उपमुख्यमंत्री के पद पर उनकी पदोन्नति के साथ पार्टी को उम्मीद है कि ब्राह्मण समुदाय का समर्थन उसे मिलना जारी रहेगा।नवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री 60 मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे रहे लोगों में से एक थे। लेकिन, कांग्रेस ने नादौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री पद के लिए और मुकेश अग्निहोत्री को उनके उपमुख्यमंत्री के रूप में चुना है। सुक्खू और अग्निहोत्री ने रविवार को एक समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इस समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा सहित पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। ऊना जिले के हरोली से पांच बार विधायक रहे अग्निहोत्री कांग्रेस परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता ओंकार शर्मा ने जिला जनसंपर्क अधिकारी डीपीआरओ के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद 1988 में कांग्रेस के टिकट पर संतोकगढ़ से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गए थे। जनसंपर्क और विज्ञापन में पीजी डिप्लोमा करने वाले मुकेश अग्निहोत्री ने हिंदी दैनिक वीर प्रताप में एक संवाददाता के रूप में पत्रकारिता में अपना करियर शुरू किया था और राजनीति में आने से पहले वह जनसत्ता में ब्यूरो प्रमुख के पद पर रहे। मुकेश अग्निहोत्री ने 2003, 2007, 2012, 2017 और 2022 में हरोली से विधानसभा चुनाव जीता। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी माने जाने वाले अग्निहोत्री राज्य के उद्योग मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद उन्हें विपक्ष का नेता बनाया गया था। राज्य की 68 सदस्ईय विधानसभा में कांग्रेस के पास 40 विधायक हैं। राज्य में विधानसभा चुनाव 12 नवंबर को हुआ था और नतीजों की घोषणा बृहस्पतिवार को की गई। गौरतलब है कि जुलाई 2021 में वीरभद्र सिंह के निधन के बाद से राज्य में यह पहला चुनाव था।