पुणे- सैन्य अधिकारियों को प्रशिक्षण देने वाली देश की प्रतिष्ठित संस्था राष्ट्रीय रक्षा अकादमी जून 2022 से बालिका कैडेट के पहले बैच को प्रशिक्षण देने की तैयारियों में जुटा है। रक्षा विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, प्रशिक्षण में बहुत हद तक लिंग के आधार पर भेद-भाव नहीं किया जाएगा, संभवत: शारीरिक प्रशिक्षण में कुछ बदलाव किया जाए। तैयारियों के तहत बालिका कैडेट के रहने के लिए एक स्क्वाड्रन की पहचान की गई है और मौजूदा बुनियादी ढांचे में जरूरत के हिसाब से बदलाव किया जा रहा है। मंगलवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, यूपीएससी-एनडीए लिखित परीक्षा, सर्विस सेलेक्शन बोर्ड के साक्षात्कार और मेडिकल परीक्षाएं पास करने के बाद लडक़ों की तरह ही साढ़े सोलह से 19 साल आयु वर्ग की लड़कियों को तीन साल का सैन्य प्रशिक्षण दिया जाएगा।
विज्ञप्ति के अनुसार, एनडीए में लड़कियों के पहले बैच में 19 रिक्तियां हैं जिनमें से 10 सेना, छह भारतीय वायुसेना और तीन नौसेना के लिए हैं, जिन्हें उनके संबंधित मुख्यालयों में नियुक्ति दी जाएगी। उसमें कहा गया है, मौजूदा पाठ्यक्रम में हल्का-फुल्का बदलाव किया जाएगा, अकादमी में प्रशिक्षण, ड्रिल, आउटडोर प्रशिक्षण दोनों के लिए समान होंगे।
