महाराष्ट्र -विधान परिषद में कांग्रेस की सदस्य प्रज्ञा राजीव सातव पर राज्य के हिंगोली जिले में कथित तौर पर हमला करने के मामले में पुलिस ने 40 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। सातव ने कहा कि बुधवार को एक अज्ञात व्यक्ति ने उन पर पीछे से हमला किया और उनकी जान को खतरा है। प्रज्ञा सातव ने कहा कि पिछले साल नवंबर के बाद से उन पर दूसरी बार हमला किया गया है और वह चाहती हैं कि उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने सातव के शिकायत दर्ज कराने के बाद मामले में महेंद्र डोंगरदिवे नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। हिंगोली के पुलिस अधीक्षक जी. श्रीधर ने कहा, कसबे धवंदा में विधान पार्षद सातव पर व्यक्ति ने पीछे से हमला किया। घटना के समय व्यक्ति नशे में था। उन्होंने बताया कि डोंगरदिवे के खिलाफ बालापुर थाने में भारतीय दंड विधान की धारा 352, 353 और 323 के तहत मामला दर्ज किया गया है।सातव ने बुधवार को ट्वीट किया था, आज कलामनूरी गांव के कसबे धवंदा में मुझ पर हमला किया गया। एक अज्ञात व्यक्ति ने पीछे से मुझ पर हमला किया। यह मुझे चोट पहुंचाने का गंभीर प्रयास था और मेरी जान को खतरा है। सातव ने कहा, एक महिला विधान पार्षद पर हमला, लोकतंत्र पर हमला है। सामने आकर लड़ें, कायरों की तरह नहीं। प्रज्ञा कांग्रेस के दिवंगत नेता राजीव सातव की पत्नी हैं।महिला विधान पार्षद ने एक स्थानीय न्यूज चैनल से कहा, मुझे पर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी हमला किया गया था, लेकिन मैं बच गई थी क्योंकि मेरे आसपास मौजूद लोगों ने मुझे बचा लिया। उन्होंने कहा कि वह राज्य सरकार से आवश्यक व्यवस्था करने और महिलाओं पर इस तरह के हमलों को रोकने का आग्रह करेंगी।सातव ने कहा, मुझे संदेह है कि मुझ पर हमला करने वाले व्यक्ति को किसी ने भेजा था। पुलिस ने मुझे कहा है कि हमले के पीछे कोई राजनीतिक साजिश नहीं है, लेकिन हमलावर कल रात मेरे वाहन के पास आया और उसने पूछा कि कार में कौन मैडम हैं। इसका मतलब है कि वह मुझे ही ढूंढ रहा था। सातव ने कहा कि उन्हें जब लगा कि वह उनकी ही तलाश में है, तो वह तुरंत कार में बैठ गईं और वाहन का दरवाजा बंद कर दिया। उन्होंने कहा, मैंने अपने चालक से कहा कि वाहन को आगे ले जाए और फिर वहां उतर कर मैंने मुझसे मिलने आए लोगों से मुलाकात की। हालांकि, हमलावर वहां भी मेरे पीछे पहुंच गया और मुझ पर पीछे से हमला किया। मेरी महिला सुरक्षाकर्मी का ध्यान भी उस ओर नहीं था क्योंकि वह मुझसे मिलने आए लोगों पर नजर रख रहीं थी।