जयपुर-राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले में राज्य सरकार की आलोचनाओं पर पलटवार करते हुए स्पष्ट किया कि इस प्रकरण में कोई नेता या अधिकारी संलिप्त नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में जिन लोगों के खिलाफ कार्वाई की गई है वे सरगना ही हैं। गहलोत ने कहा कि सरकार की उपलब्धियों से बौखलाए विपक्ष वाले षड्यंत्र के तहत इस तरह के आरोप लगा रहे हैं जबकि राज्य सरकार ने ऐसे प्रकरणों में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़े से कड़े कदम उठाए हैं।मुख्यमंत्री गहलोत का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को कहा था कि ऐसे मामलों में छोटी-मोटी दलाली करने वालों के बजाय सरगनाओं को पकड़ा जाना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी  के सांसद हनुमान बेनीवाल ने आरोप लगाया है कि प्रश्नपत्र लीक मामलों के आरोपियों के मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क हैं। प्रश्नपत्र लीक प्रकरणों में दोषियों के खिलाफ सरकार की कार्वाई का जिक्र करते हुए गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, वे सरगना ही हैं जिनके खिलाफ कार्वाई की गई। हमारी यही सोच है कि जिसने प्रश्नपत्र लीक प्रकरण के षडयंत्र किए हैं, मिलीभगत की, उनकी तह तक पहुंचें और पहुंचे भी हैं। आगे भी छोड़ेंगे नहीं। उन्होंने कहा, कई अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है, कई के मकानों पर हमने बुलडोजर चलाए हैं। कानून भी पारित किया गया है, ऐसे मामलों में शामिल बच्चों के भविष्य में परीक्षाओं में बैठने पर रोक लगा दी गई है। प्रश्नपत्र लीक करने वालों के गिरोह तक हम पहुंचे हैं, उन्हें जेल पहुंचाया गया है। यह भी तो देखिए कि क्या इतने कड़े कदम हिंदुस्तान में कहीं और उठाए गए हैं गहलोत ने कहा, राज्य सरकार तीन लाख से ज्यादा सरकारी नौकरियां दे रही है, 1.35 लाख नियुक्तियां हो चुकी हैं, 1.25 लाख नियुक्तियां प्रक्रिया में हैं और एक लाख नियुक्तियां और होंगी विपक्ष के लोग तो यही चाहते हैं कि इसका श्रेय कांग्रेस पार्टी और राज्य सरकार को नहीं मिले। मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य सरकार की यह बहुत बड़ी उपलब्धि है कि साढ़े तीन लाख के आसपास सरकारी नौकरियां उपलब्ध कराई गई हैं। इस उपलब्धि का श्रेय सरकार को नहीं मिले, इसके लिए विपक्षी पार्टी के लोग जानबूझकर बार-बार लोगों को गुमराह कर रहे हैं। झूठे आरोप लगा रहे हैं। कई अधिकारियों, नेताओं के झूठे नाम ले रहे हैं। यह इनका षडयंत्र है। उन्होंने कहा, जनता समझदार है सब समझ जाएगी। विपक्षी पार्टी के लोग यह नहीं देखते कि इस तरह के मामलों में उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश में क्या हो रहा है। यहां राजस्थान में तो दोषियों पर कार्वाई हुई, लोगों को जेल भेजा गया यहां सबकुछ किया गया। पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट ने सोमवार को परबतसर नागौर में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि ऐसे मामलों में छोटी-मोटी दलाली करने वालों के बजाय सरगनाओं को पकड़ा जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पुलिस ने पिछले साल दिसंबर में द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में अब तक 37 अभ्यर्थियों समेत कुल 55 लोगों को गिरफ्तार किया है। दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। इस मामले में एक स्कूल के प्रधानाचार्य सुरेश बिश्नोई, एमबीबीएस छात्र भजनलाल और रायता राम चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी भूपेंद्र सारण व सुरेश ढाका अभी पकड़ से बाहर हैं। जयपुर विकास प्राधिकरण की प्रवर्तन शाखा ने शनिवार और रविवार को सारण के जयपुर स्थित घर में किए गए अवैध निर्माण को तोड़ दिया। इससे कुछ दिन पहले एजेंसी ने उस पांच मंजिला इमारत को गिरा दिया था, जिसमें आरोपी अपना कोचिंग सेंटर चलाता था।