नई दिल्ली-  सरकारी स्कूलों में चल रहे वैक्सीनेशन सेंटरों को बंद करने और विद्यालयों में अध्यापकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर ऑल इंडिया पैरेंटस एसोसिएशन (आइपा) ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को पत्र लिखा है। एसोसिएशन का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर के कारण बंद किए गए दिल्ली के सभी सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों को खोलने की अनुमति डीडीएमए ने 50 प्रतिशत की निर्देश के साथ दी थी। आइपा का कहना है कि ओमिक्रोन की लहर खत्म हो जाने और 15 साल से अधिक उम्र वाले अधिकांश बच्चों को वैक्सीन लग जाने को ध्यान में रखते हुए सभी बच्चों को पूरे समय के लिए विद्यालय आने की अनुमति दी जाए। अपने पत्र में आइपा ने कहा है कि बच्चे, अभिभावक और प्रशासन से जुड़े सभी व्यक्ति अपने बचाव के लिए जागरुक हो चुके हैं। इससे स्कूलों में चल रहे वैक्सीनेशन सेंटरों को तत्काल किसी दूसरी जगह बनाया जाए। वैक्सीनेशन सेंटर बंद हो जाने से संबंधित स्कूलों में शत प्रतिशत उपस्थिति संभव हो सकती है। इससे दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, जिसका मुख्य कारण अध्यापकों को कोरोना ड्यूटी में लगाए रखना है। उधर, दो महीने बाद दिल्ली नगर निगम के चुनाव होने वाले हंै। ऐसे में अधिकांश अध्यापक विद्यालय से बाहर होंगे। ऐसे में बोर्ड की परीक्षा और स्कूल स्तर पर होने वाली वार्षिक परीक्षा पर भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा। इसलिए बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए कोरोना ड्यूटी में लगी सभी अध्यापकों को वापिस स्कूल में भेजा जाए।