पटना- कोविड महामारी का प्रकोप कम होने और इससे बचाव के लिए लगाई गई पाबंदियां हटाए जाने के बाद, बिहार में ईद उल फ़ित्र का पूर्व धूमधाम से मनाया गया। बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज अदा की तथा एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना के विशाल गांधी मैदान में, रमज़ान के पवित्र महीने के समापन के मौके पर अल्लाह की इबादत के लिए जमा होने वाले नमाजियों के पास पहुंचे।मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, मैं यहां 2016 से आ रहा हूं। पिछले दो सालों में कोविड महामारी के कारण समारोह का आयोजन नहीं हो सका। यह त्योहार हमें विभिन्न समुदाय के लोगों के बीच आपसी सम्मान का महत्व सिखाता है जो समाज के सामंजस्यपूर्ण विकास के लिए आवश्यक है। इस दौरान नीतीश कुमार टोपी पहने हुए थे, जो मौके पर मौजूद मौलवियों में से एक ने उन्हें दी थी। गांधी मैदान में समारोह में शामिल होने के बाद, सूफी संतों के प्रति श्रद्धा रखने वाले कुमार फुलवारीशरीफ गए और ख़ानकाह मुजीबिया में इबादत की। ख़ानकाह मुजीबिया 18 वीं शताब्दी के संत हजरत मुजीबुल्लाह कादरी की मजार है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में ईद धूमधाम से मनाई गई। पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दी। बच्चे खास तौर पर बेहद खुश नजर आए, जिन्हें दो साल बाद अपने बड़ों से ईदी लेने और बाहर घूमने का अवसर मिला।