पटना- बिहार विधानसभा में सोमवार को वैचारिक विभाजन उस समय देखने को मिला जब विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने वर्ष 1990 में कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर बनी हिंदी फिल्म द कश्मीर फाइल्स के विशेष प्रदर्शन का बहिष्कार करने का फैसला किया और उन्होंने राज्य सरकार द्वारा कथित तौर पर भाजपा के एजेंडे को आगे बढ़ाने के विरोध में फिल्म की टिकटें फाड़ दीं। उप मुख्यमंत्री ताराकिशोर प्रसाद द्वारा सदन में घोषणा की गई कि सभी सदस्यों के लिए फिल्म का शो आयोजित किया गया है और इसके बाद सदस्यों को टिकटों का वितरण किया गया। लेकिन प्रसाद की घोषणा करने के साथ ही राज्य में विपक्षी महागठबंधन के दूसरे सबसे बड़े घटक भाकपा के सदस्यों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। सदन में जब शून्य काल शुरू हुआ तो विपक्षी सदस्यों का विरोध और तेज हो गया और मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल के सदस्यों ने भी भाकपा सदस्यों के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी और आसन के सामने आए गए और इस दौरान उन्होंने टिकटों को फाड़ कर हवा में उछाल दिया। इसपर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नाराजगी जताई और सदस्यों से सदन की गौरव मई विरासत का सम्मान करने को कहा और सदन की कार्यवाही एक बजे होने वाले भोजनावकाश से करीब आधे घंटे पहले ही स्थगित कर दी। सदन के बाहर दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए। भाकपा के विधायक अजीत कुशवाह ने कहा, यह भाजपा की सांप्रदायिक एजेंडे को और आगे बढ़ाने की चतुर कोशिश है। भूतकाल में सभी तरह के मुद्दों पर कई फिल्में बनी हैं। लेकिन पहले कभी सरकार की ओर से इस तरह फिल्म को प्रोत्साहित करने की कोशिश नहीं देखी गई। उन्होंने कहा, भाजपा उत्तरप्रदेश चुनाव में मिली जीत के नशे में चूर है जहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलडोजर बाबा का उपनाम प्राप्त किया है। अब वह बिहार के गरीबों पर बुलडोजर चलाना चाहती है। हम ऐसा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि कल हम केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा सांप्रदायिक भावनाओं को भडक़ाने के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव लाएंगे। उल्लेखनीय है कि बेगूसराय से लोकसभा सदस्य ने आरोप लगाया था कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में हिंदू कथित तौर पर उत्पीडऩ का सामना कर रहे हैं और उन्होंने इसके लिए तृष्टिकरण की राजनीति को जिम्मेदार ठहराया था। सिंह को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विरोधी माना जाता है। वहीं, भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल और संजय सरोगी ने भी आरोप लगाया जब भी माफिया द्वारा गौशाला पर कब्जे का मुद्दा उठाया जाता है तो विपक्ष हंगामा करता है। मौजूदा सत्र में चौथी बार यह मुद्दा उठाया गया लेकिन विपक्ष किसी न किसी बहाने से कार्यवाही बाधित करता है। भाजपा के विधायक और वरिष्ठ मंत्री प्रमोद कुमार ने विपक्ष को आम देशभक्त नागरिकों से जवाब मिलने की चेतावनी दी। भाकपा के युवा विधायक और जेएनयू के पूर्व छात्र संदीप सौरव ने फिल्म पर निशाना साधते हुए कहा, यह महज संयोग नहीं है कि ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जब लोग आपत्तिजनक नारे लगा रहे हैं और यहां तक कि फिल्म देखने के बाद मुस्लिमों के साथ मार-पीट कर रहे हैं। इस बीच,उप मुख्यमंत्री ने विपक्षी सदस्यों से अपील की कि वे अच्छी मंशा से बनी फिल्म के बारे में कोई पूर्वाग्रह नहीं रखें।