भिवानी – हरियाणा के भिवानी में एक आदर्श शिक्षक पूनम चंद ने शिक्षा के ज़रिए अपने समुदाय पर अहम असर डाला है। शिक्षा क्षेत्र में सहयोग करने के लिए समर्पित एक प्रमुख नॉन-बैंकिंग फ़ाइनैंस कंपनी वर्तना से वित्तीय सहायता की मदद से उनके स्कूल में पर्याप्त बुनियादी ढाँचे का विस्तार हुआ है। इस विकास की मदद से ज़्यादा से ज़्यादा छात्रों की सहायता करने और एक समृद्ध, उच्च गुणवत्ता सीखने का वातावरण मुहैया करवाने के लिए स्कूल की क्षमता में वृद्धि हुई है।अपने गाँव में शिक्षा मुहैया करवाने के लिए मज़बूत इरादों और प्रतिबद्धता के साथ चलने वाले पूनम चंद ने सैकड़ों बाधाओं का सामना करते हुए बीडीएन सीनियर सेकेंडरी स्कूल की स्थापना की। उन्होंने सात साल तक कई चुनौतियों का सामना करते हुए किराए के परिसर में इस स्कूल का संचालन किया। कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से पूनम चंद ने आख़िरकार ज़मीन हासिल की और बेहतरीन सुविधाओं वाला स्कूल स्थापित किया, जिसमें अच्छी तरह से बनाई गईं नौ कक्षाएँ, 1,000 से ज़्यादा पुस्तकों के लिए एक पुस्तकालय और ऐसी आधुनिक सुविधाएँ शामिल हैं, जो समग्र शिक्षा को बढ़ावा देती हैं।अपनी इस यात्रा पर अपने विचार रखते हुए, वे कहते हैं,आज की दुनिया में, कई स्कूल मौजूद हैं, लेकिन कुछ ही स्कूल सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हमारा स्कूल हमारे समुदाय के बच्चों को बड़े सपने देखने और सीमाओं से परे आशाओं के आकाश में विचरने का अवसर देने के लिए स्थापित किया गया था। लगातार कोशिशों के ज़रिए, हम शिक्षा पर समाज के नज़रिए को बदल रहे हैं, माता-पिता को अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहितकर रहे हैं।।2001 में 120 छात्रों के साथ शुरू हुआ यह सफ़र वर्तना से सहयोग माँगने तक 350 तक पहुँच गया था। आज, 550 छात्रों के साथ, हमारा लक्ष्य पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना समावेशी शिक्षा प्रदान करना है। यह स्कूल हरियाणा में शीर्ष दस स्कूलों में से एक है और भिवानी ज़िले के छात्रों ने दसवीं बोर्ड परीक्षाओं में छठी और आठवीं स्थान हासिल किए हैं। अकादमिक उपलब्धियों से परे, स्कूल नैतिक शिक्षा पर ज़ोर देता है, यह सुनिश्चित करता है कि छात्र ईमानदारी, सत्यनिष्ठता और सम्मान जैसे मूल्यों को विकसित करें, जो उन्हें ज़िम्मेदार नागरिक बनने में मार्गदर्शन करेंगे। तथापि, ग्रामीण क्षेत्रों के कई संस्थानों की तरह, जब अधिक छात्रों को शामिल करने के लिए अपने बुनियादी ढाँचे का विस्तार करने की बात आई, तो स्कूल को वित्तीय बाधाओं का सामना करना पड़ा। ऐसे में वर्तना ने बहुत ही ज़रूरी सहयोग के साथ इनकी दुनिया में कदम रखा। पूनम कहते हैं,भले ही हमारे पास अपनी ज़मीन थी, लेकिन हमें आवश्यक कक्षाओं और सुविधाओं के निर्माण के लिए धन की आवश्यकता थी। वर्तना के एक प्रतिनिधि ने हमारे स्कूल का दौरा किया और लोन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी, जो इतनी तेज़ और सरल थी कि हमारा लोन तुरंत स्वीकृत हो गया। उनके समर्थन के लिए धन्यवाद, उसके बाद ही हम अपने स्कूल का विस्तार करने और अधिक छात्रों का स्वागत करने में सक्षम बने। वर्तना के सह-संस्थापक और सीईओ श्री स्टीव हार्डग्रेव ने अपने विचार व्यक्त किए,अपने समुदाय में शिक्षा में सुधार के लिए पूनम का समर्पण सराहनीय है और हमें खुशी है कि वर्तना उन्हें अपने मनचाहे नतीजे हासिल करने में मदद कर सकती है। हमारा मिशन है पूनम जैसे स्थानीय परिवर्तनकारों को सशक्त बनाना, जिनके पास एक सपना है लेकिन इसे पूरा करने के लिए वित्तीय साधनों की आवश्यकता है। अगली पीढ़ी के पालन-पोषण और विकास के लिए उनकी प्रतिबद्धता वास्तव में प्रेरणादायक है और हम उनकी यात्रा का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं।जैसे-जैसे बीडीएन सीनियर सेकेंडरी स्कूल बढ़ता जा रहा है, ग्रामीण हरियाणा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया करवाने का उनका नज़रिया भी और मज़बूत होता जा रहा है। आज, उनका बेटा एक शिक्षक के रूप में उनके साथ जुड़ गया है, जो समुदाय को शिक्षित करने और समाज का उत्थान करने की परिवार की विरासत को जारी रखे हुए है। उनकी कहानी इसका उदाहरण है कि कैसे योजनाबद्ध वित्तीय सहायता किसी की दृढ़ता और संकल्प के साथ मिलकर सुविधाओं से वंचित बच्चों के शिक्षा से जुड़े सपनों को एक वास्तविकता बना सकती है।बीडीएन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के लिए वर्तना का सहयोग भारत के वंचित क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए इसकी व्यापक प्रतिबद्धता का हिस्सा है। पूनम चंद जैसे भावुक शिक्षकों के साथ साझेदारी करके, वर्तना न सिर्फ़ बुनियादी ढाँचे के विस्तार को बढ़ावा दे रही है, बल्कि अनगिनत छात्रों के लिए उज्ज्वल भविष्य का मार्ग भी प्रशस्त कर रही है।

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