नई दिल्ली- भारत में फैशन के क्षेत्र में पारंपरिक जातीय परिधान से लेकर कई फ्यूजन वियर तक शामिल हैं, जिन्हें सामूहिक रूप से भारतीय परिधान कहा जाता है। त्योहारों या शादी के मौसम में ऐसे परिधान ख़ास कर ज़्यादा धूम मचाते हैं। पहले इस तरह के कलेक्शन हिट और ट्रायल बेसिस पर आते थे, जिसमें बड़ा आर्थिक नुकसान होता था। लेकिन अब भारत के पहले स्वदेशी फैशन फॉरकास्टर आईसीएच नेक्स्ट के सटीक पूर्वानुमान के साथ, कलेक्शन तुरंत बिक जाते हैं। आईसीएच नेक्स्ट ने अपैरल निर्माताओं की और मदद करने के लिए हाल में, देश भर में मास्टरक्लास की एक श्रृंखला शुरू की, जिसका पहला चरण जयपुर में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। मास्टरक्लास को निर्माताओं द्वारा शानदार इनपुट मिले, और यह अखिल भारतीय परिधान निर्माताओं तक पहुंचने का पहला कदम बन गया। आईसीएच नेक्स्ट जैसे स्वदेशी फैशन फॉरकास्टर की अहमियत इससे समझी जा सकती है कि वर्ष 2024 में फैशन उद्योग से 770.90 बिलियन डॉलर तक राजस्व मिलने की उम्मीद है और वर्ष 2029 के अंत तक 1183 बिलियन डॉलर राजस्व मिलने की उम्मीद है। निश्चित तौर पर आज की तारीख में आईसीएच नेक्स्ट भारत का पहला स्वदेशी फैशन फॉरकास्टर बनकर उभरा है, जिसके पास एथनिक वियर में शानदार विशेषज्ञता है। कनिका वोहरा और अनुराधा चंद्रशेखर द्वारा स्थापित कंपनी ने अपैरल निर्माताओं को अपना राजस्व 7 गुना तक बढ़ाने में मदद की है। निफ्ट से पासआउट कनिका, अनुराधा आईसीएच क्रिएटिव शुरू करने से पहले आजिओ डॉट कॉम की संस्थापक टीम का अहम् हिस्सा रह चुकी हैं। गौरतलब है कि आईसीएच क्रिएटिव अमेेजन इंडिया, मिंत्रा, टाटा क्लिक लग्जरी आदि दिग्गज कंपनियों के साथ काम कर चुकी है, जिन्होंने भारतीय फैशन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है।आईसीएच नेक्स्ट ने हाल में वनवासना थीम फॉरकास्ट की है जो जंगल, पत्ते के पैटर्न और उष्णकटिबंधीय रूपांकनों की एक काल्पनिक सेटिंग प्रस्तुत करती है। यह थीम प्रसिद्ध डिजाइनर अनीता डोंगरे के संग्रह ‘रीवाइल्ड’ में भी चर्चा में रही, वहीं डिजाइनर पायल सिंघल के संग्रह में भी इसी जैसे थीम पर बनी पोशाक को लोगों ने पसंद किया। यहां तक कि रेखा भारद्वाज और विशाल भारद्वाज जैसी बॉलीवुड हस्तियों को इस थीम पर आधारित पोशाक पहने देखा गया। इतना ही नहीं, यह थीम घरों में भी इंटीरियर के हिस्से के रूप में देखी जा रही है। दरअसल फैशन ट्रेंड के बारे में सही जानकारी के लिए विस्तृत शोध और कई पहलुओं की जांच की आवश्यकता होती है, जिसमें उपभोक्ता व्यवहार, सेलिब्रिटी प्रभाव, रनवे ट्रेंड, सोशल मीडिया, यात्रा, अनुभवजन्य परिवर्तन और यहां तक कि राजनीतिक विश्वास भी शामिल हैं जो उपभोक्ता की पसंद को निर्धारित करते हैं। यही वह चीज है जिस पर आईसीएच नेक्स्ट ध्यान केंद्रित करता है। सटीक पूर्वानुमानों के साथ, आईसीएच नेक्स्ट के फैशन पूर्वानुमान ने उन परिधान निर्माताओं की बहुत मदद की है जो पहले हिट-एंड-मिस के आधार पर काम करते थे। सीजन से 6-8 महीने पहले एकदम सटीक ट्रेंड अनुमानों के साथ, ब्रांड्स और निर्माता अब अगले सीजन के संग्रह की योजना पहले से बना सकते हैं।