मुंबई – भारत में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की दुनिया में एक नई शुरुआत करते हुए ‘दिलसे’ द हैपिनेस कलेक्टिव प्राइवेट लिमिटेड का अनूठा ब्रांड आज मुंबई के प्रतिष्ठित एनसीपीए (एक्सपेरिमेंटल थिएटर) में लॉन्च किया गया। ‘दिलसे’ देश का पहला एक्सपीरिएंसेज़-टू-कंज़्यूमर (E2C) ब्रांड है, जिसकी शुरुआत एक अत्यंत भावनात्मक और प्रभावशाली लाइव थिएटर परफॉर्मेंस से हुई। दिलसे  द लव थिएटरिकल नाम वाले इस दो घंटे के परफॉर्मेंस को पारंपरिक ब्रांड लॉन्च से अलग रखते हुए एक दिल छू लेने वाली कलात्मक यात्रा के रूप में प्रस्तुत किया गया। इसमें मौलिक कविताएं, लाइव संगीत, थिएटर शैली की कहानी कहने की कला और सिनेमा जैसे दृश्य एक साथ बुने गए थे जो दर्शकों को भावनाओं की गहराई में डुबो देने वाला अनुभव रहा। इस शो की परिकल्पना और लेखन हर्षवर्धन चौहान ने किया, जो मंच पर सूत्रधार की भूमिका में भी नज़र आए। उनकी आवाज़, उनकी कविताएं और उनके संवादों ने थिएटर, संगीत और दृश्य कला को एक साथ पिरोते हुए दर्शकों को एक भावनात्मक यात्रा पर ले गया, जिसमें हर पंक्ति और हर धुन खास तौर पर इसी क्षण के लिए रची गई थी। इस शो का निर्देशन सुमित शर्मा ने किया और संगीत रचना दिलीप रावत और राहुल भल्ला की थी। वहीं, तरुण खेम की मार्मिक नैरेशन, देविका सिंह, तोशी रावल, रिया भल्ला और रविंदर पाठक की भावपूर्ण गायकी, और अमन उप्पल, दिया राजपूत, गौतम, और ‘द दिलसे गर्ल’ की टीम के शानदार अभिनय ने पूरे शो को जीवंत बना दिया। कार्यक्रम दो हिस्सों में आयोजित हुआ पहला, मीडिया, रचनाकारों और सांस्कृतिक क्षेत्रों से जुड़े विशेष आमंत्रितों के लिए प्रीमियर, और दूसरा ज़ोमैटो के डिस्ट्रिक्ट प्लेटफॉर्म के ज़रिए आयोजित टिकट आधारित सार्वजनिक शो। दिलसे द लव थिएट्रिकल सिर्फ एक थिएटर प्रस्तुति नहीं थी, बल्कि भारतीय बाज़ार में एक नई सोच ‘एक्सपीरिएंसेज़-टू-कंज़्यूमर (E2C)’ कैटेगरी की शुरुआत का प्रतीक बनी। जब अधिकांश ब्रांड सिर्फ उत्पाद बेचने पर ज़ोर देते हैं, वहीं दिलसे उन अनुभवों के ज़रिए लोगों के दिलों से जुड़ने की पहल करता है, जो भावनाओं को स्पर्श करते हैं। दिलसे एक ऐसा ब्रांड है जो थिएटर, आवाज़, संगीत, डिज़ाइन और डिजिटल कहानी कहने के ज़रिए ऐसा माहौल रचता है, जिसमें न सिर्फ खरीदारी होती है, बल्कि लोगों को एक गहरा भावनात्मक जुड़ाव भी महसूस होता है। यह एक ‘दिल से निकली पहल’ है, जो कारोबार को रिश्तों की नींव पर फिर से गढ़ने की दिशा में एक साहसिक कदम है दिलसे के संस्थापक और रचनाकार हर्षवर्धन चौहान ने कहा,यह कोई सामान्य लॉन्च नहीं था, यह एक ‘सोल कॉन्ट्रैक्ट’ था दिल से किया गया एक वादा। इस परफॉर्मेंस की हर पंक्ति उन भावनाओं से निकली जो हम अक्सर अपने भीतर दबा लेते हैं। मैं मंच नहीं, बल्कि एक आईना चाहता था जिसमें हम खुद को देख सकें। हमने कोई अभिनय नहीं किया, हमने अपनी ही भावनाओं को फिर से जिया। हम आँकड़ों के पीछे नहीं भागते, हम अर्थ की तलाश करते हैं। आपने अब तक ऐसे ब्रांड देखे होंगे जो शोर से बनते हैं, लेकिन दिलसे वह ब्रांड है जो एहसास से बना है। हमारे प्रोडक्ट पहनने के लिए नहीं होंगे, महसूस करने के लिए होंगे। यह कोई नाटक नहीं, बल्कि एक जीवंत स्मृति थी जो मंच पर उतरी। अपने भावनात्मक लॉन्च शोकेस की सफलता के बाद अब दिलसे एक और खास शुरुआत करने जा रहा है। भारत का पहला ‘सोल-लेड डिजिटल स्पेस’ कहे जाने वाले दिलसे ऐप की सॉफ्ट लॉन्चिंग करेगा। वहीं अगस्त 2025 से ब्रांड अपने विशेष ‘प्रोडक्ट रिचुअल्स’ और पहनने योग्य प्रोडक्ट्स (वियरेबल्स) पेश करेगा, जो इस अनुभव को और अधिक व्यक्तिगत और गहरा बनाएंगे।

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