नई दिल्ली – कई इलाकों में हुए भूस्खलन के चलते पहाड़ी एवं दूरदराज के कई क्षेत्रों की सड़कें टूट गई हैं और भूस्खलन के मलबे से सड़कें बंद हो गई हैं. जिसके चलते इन इलाकों का संपर्क जिला मुख्यालयों से कट गया है. भूस्खलन के चलते किश्तवाड़ रेड अलर्ट जारी किया गया है. बताया जा रहा है कि भारी बारिश के चलते नदियां उभान पर हैं. जिसके चलते डोडा, रामबन और रियासी के गुलाबगढ़ में चार लोग नदी नालों में बह गए, इनमें से दो के शव बरामद किए गए हैं. वहीं भूस्खलन, घर ढहने और फिसलन के चलते बस के खाई में गिरने से 22 लोग घायल हुए हैं इनमें 12 बच्चे भी शामिल हैं.इसके साथ ही मौसम विभाग ने आज यानी भी ज्यादातर इलाकों में बर्फबारी और बारिश की संभावना जताई है. जिसके चलते कश्मीर में स्कूल बंद रखने का फैसला लिया गया है. यही नहीं भारी बारिश के अलर्ट के चलते आज होने वाली कश्मीर की जूनियर असिस्टेंट की टाइप परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया है. वहीं जम्मू श्रीनगर हाईवे को लेकर अधिकारियों ने यात्रियों को मलबा साफ होने तक राजमार्ग पर न जाने और यात्रा से बचने की सलाह दी है.ज्यादातर राज्यों में गर्मी से हाल बेहाल है तो वहीं जम्मू कश्मीर में भारी बारिश और पहाड़ों पर हुई बर्फबारी ने लोगों की मुश्किल बढ़ाना शुरू कर दिया है. भारी बर्फबारी के चलते यहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं भूस्खलन के चलते सूबे में तीन दर्जन से अधिक मकान ढह गए हैं. जबकि कई मकान गिरने के कगार पर पहुंच गए हैं. जानकारी के मुताबिक, बारिश और भूस्खलन के चलते बारामुला, किश्तवाड़ और रियासी जिलों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है.भारी बारिश के चलते जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में दर्जनभर घर भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं. जिससे उन्हें काफी नुकसान पहुंचा है. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों और आपदा प्रबंधन दल ने आपदा प्रतिक्रिया मशीनरी को हाई अलर्ट पर रखा है. इस बीच एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि पिछले चार दिनों से इलाके में हो रही भारी बारिश के चलते प्रशासन ने आपदा प्रतिक्रिया मशीनरी को हाई अलर्ट पर रखा है. उन्होंने कहा कि संबंधित तहसीलदारों की रिपोर्ट में बताया गया है कि नागसेनी, मुगलमैदान और किश्तवाड़ इलाकों में लगभग एक दर्जन से ज्यादा घरों को भूस्खलन और बारिश से नुकसान हुआ है.