नई दिल्ली। दक्षिणी निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती ने दिल्ली में मच्छरजनित बीमारियों के लिए एहतियात और नियंत्रण से संबंधित विशेष परामर्श जारी किया है। उन्होंने स्रोत पर ही मच्छरों के प्रजनन को रोकने पर बल दिया है और स्पष्ट किया है कि इन बीमारियों के एहतियात और नियंत्रण के लिए प्रजनन में काफी कमी लाना ही कारगर कदम है। आयुक्त ने विभिन्न एजेंसियों जिसमें डीएमआरसी दिल्ली जल बोर्ड, डीडीए, दिल्ली पुलिस, पीडब्ल्यूडी शामिल हैं विभागाध्यक्षों से कहा कि एक नोडल अधिकारी मनोनीत किया जाए ताकि एहतियाती उपाय सुनिश्चित किए जा सके। ज्ञानेश भारती ने कहा कि इस वर्ष शैक्षिक संस्थानों, स्कूलों, कॉलेज में मच्छरों के प्रजनन पर विशेष ध्यान दिए जाने की जरूरत है क्योंकि कोरोना महामारी के चलते यह सभी संस्थान बंद थे और अब खोले जा रहे है। ज्ञानेश भारती ने शिक्षा संस्थाओं और कार्यालयों के विभागाध्यक्षों से मच्छरों के प्रजनन पर नियंत्रण करने में सहयोग देने को कहा है। उन्होंने कहा कि शैक्षिक संस्थानों में मनोनीत नोडल अधिकारी यह सुनिश्चित करे कि खुले ग्राउंड, भवनों की छतों, फूलदान आदि में पानी न हो। साथ ही ओवर हैड टैंक को भी खाली कर उन्हें पूरी तरह से बंद कर दिया जाए। उपयोग में न आने वाले वाहनों जैसे कि स्कूल और कॉलेजों की बसों को भी ढक दिया जाए और उन्हें किसी छत वाले स्थान पर खड़ा किया जाए ताकि उनके अंदर पानी जमा न हो सकें। आयुक्त ने सभी सरकारी संस्थानों और कार्यालयों के विभागाध्यक्षों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि छत पर तथा अन्य स्थानों पर पानी की टंकियों को ढक कर रखें, अपने घरों कार्यालयों में आस-पास पानी जमा न होने दें, सभी कूलरों को सप्ताह में एक बार अवश्य साफ करें और दोबारा भरने से पहले सुखा लें, जिन कूलरों को साफ नहीं किया जा सकता उनमें टेमिफास ग्रेन्यूल्पेट्रोल डालें।