अहमदाबाद-अवैतनिक घरेलू कार्य पर पुरुषों के मुकाबले महिलाएं प्रतिदिन करीब ढाई गुना अधिक समय देती हैं। भारतीय प्रबंधन संस्थान-अहमदाबाद की एक प्रोफेसर द्वारा किए गए शोध में यह बात सामने आई है। शोध के मुताबिक, 15 से 60 वर्ष आयु वर्ग की कामकाजी महिलाएं प्रतिदिन करीब सवा सात घंटे अवैतनिक घरेलू कार्य करती हैं, जबकि पुरुष इस पर केवल पौने तीन घंटे ही समय देते हैं। राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय के टाइम यूज सर्वे पर आधारित इस शोधपत्र में कहा गया है कि घर की साफ-सफाई, खाना पकाना और देखभाल जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए अवैतनिक कार्य पर कामकाजी महिलाएं कामकाजी पुरुषों के मुकाबले दोगुना समय देती हैं। हालांकि, यह सर्वविदित तथ्य है कि महिलाएं अवैतनिक घरेलू कार्यों पर पुरुषों से अधिक समय देती हैं। लेकिन टाइम यूज डाटा: ए टूल फॉर जेंडर्ड पॉलिसी एनालिसिस नाम से जारी शोधपत्र में दावा किया गया है कि पहली बार भारत की महिलाओं द्वारा घरेलू कार्य के लिए दिए जाने वाले समय का लेखा-जोखा तैयार किया गया है। आईआईएमए की प्रोफेसर नम्रता चिंदारकर ने कहा, यह सर्वेक्षण पहली बार एनएसएसओ द्वारा तैयार टाइम यूज डाटा पर आधारित है। हम अब बता सकते हैं कि कामकाजी महिलाएं कितने घंटे अवैतनिक घरेलू कार्य करती हैं। भारतीय महिलाएं इस तरह के कार्य प्रतिदिन औसतन 7.2 घंटे करती हैं, लेकिन पुरुष 2.8 घंटे ही समय देते हैं। उन्होंने कहा, एनएसएसओ द्वारा वर्ष 2019 में टीयूएस एकत्र किया गया था जो भारत के लिए पहला राष्ट्रीय टाइम यूज सर्वेक्षण था। केवल अंडमान निकोबार द्वीप समूह इसका अपवाद था। इसके तहत हफ्ते के एक सामान्य दिन के 24 घंटों की समय डायरी चार बजे सुबह से अगले दिन चार बजे सुबह तक का इस्तेमाल करके डेटा एकत्र किया गया। शोधपत्र में कहा गया कि पुरुष प्रतिदिन महिलाओं के मुकाबले करीब ढाई घंटे अधिक वैतनिक कार्य करते हैं।