पणजी-गोवा पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी की हरियाणा में नेता सोनाली फोगाट की कथित हत्या के सिलसिले में एक रेस्तरां के मालिक और मादक पदार्थ की आपूर्ति करने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि इन दोनों व्यक्तियों की गिरफ्तारी के साथ मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या बढ़ कर चार हो गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि फोगाट के दो सहयोगियों को मादक पदार्थ की आपूर्ति दत्ताप्रसाद गांवकर नाम के व्यक्ति ने की थी। उन दोनों लोगों ने फोगाट को यह मादक पदार्थ दिया था। अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किया गया एक अन्य व्यक्ति उत्तरी गोवा जिले में स्थित कर्लीज रेस्तरां का मालिक एडविन न्यून्स है। उसे सुबह अंजुना से हिरासत में लिया गया। फोगाट अपनी मृत्यु से कुछ घंटे पहले इसी रेस्तरां में देखी गई थीं, जहां उन्हें मादक पदार्थ दिया गया था। उन्होंने कहा कि पूर्व में गिरफ्तार किए गए फोगाट के सहयोगी सुधीर सांगवान और सुखविंदर सिंह ने कथित तौर पर पुलिस को बताया कि उन्होंने गांवकर से मादक पदार्थ खरीदा था। उन्होंने कहा कि गांवकर और न्यून्स के खिलाफ स्वापक औषधि एवं न:प्रभावी पदार्थ एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पूर्व टिकटॉक कलाकार और रियलिटी शो बिग बॉस के 14वें सत्र की प्रतिभागी रहीं फोगाट की गोवा आने के एक दिन बाद 23 अगस्त को मौत हो गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गांवकर ने सांगवान और सिंह को मादक पदार्थ बेचा था जिन्होंने फोगाट को कर्लीज रेस्तरां में 22 और 23 अगस्त की दरम्यिानी रात मादक पदार्थ दिया था। उन्होंने कहा कि न्यून्स को इसलिए गिरफ्तार किया गया है कि उसके रेस्तरां में यह घटना हुई थी। पुलिस ने शुक्रवार को कहा था कि सांगवान और सिंह ने पानी में कथित तौर पर कुछ नशीला पदार्थ मिला दिया था और उसे फोगाट को पीने के लिए मजबूर किया था। उल्लेखनीय है कि फोगाट 42 को 23 अगस्त की सुबह उनके होटल से उत्तरी गोवा जिले में अंजुना स्थित सेंट एंथनी हॉस्पिटल मृत हालत में लाया गया था। एक स्थानीय अदालत ने सांगवान और सिंह को 10 दिनों के लिए पुलिस की हिरासत में भेज दिया। इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने कथित हत्या की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो से जांच कराने की मांग की। गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता माइकल लोबो ने कई नेताओं ने कहा कि उनकी फोगाट की मौत दिल का दौरा पडऩे से हुई। लेकिन आखिरकार यह खुलासा हुआ कि उनकी हत्या की गई है। प्रत्एक पहलू की जांच की जानी चाहिए। इस तरह के मामले की सीबीआई से जांच कराने की जरूरत है।