नई दिल्ली- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में बिछने वाली पाइप लाइन जर्जर होने के कारण आज बरसाती पानी के जलजमाव से पाइप लाइनों के सहारे घर के नलों में जा रहा है। जिसको पीने से लोग बीमार पड़ रहे हैं, क्योंकि दिल्ली में सप्लाई होने वाले पानी की गुणवत्ता इतनी खराब है कि लोगों को लीवर, गुर्दे की बीमारियों के साथ कैंसर भी हो रहा है। गुप्ता ने कहा कि घर-घर नल से साफ जल देने का वादा करने वाले केजरीवाल लोगों को गंदे और बदबूदार पानी के रुप में बीमारी सप्लाई कर रहे हैं। गुप्ता ने केजरीवाल से दिल्ली के लोगों की भलाई के लिए घरों में सप्लाई किए जाने वाले पानी की गुणवत्ता में तुरंत सुधार लायें और जर्जर हो चुकी पाइप लाइनों को दुरुस्त करें। आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार के आने के समय जो 950 एमजीडी पानी का उत्पादन हो रहा था, उसमें एक भी एमजीडी पानी बढ़ा नहीं जबकि पिछले सात सालों में बढ़ी आबादी के बाद आज दिल्ली की मांग 1250 एमजीडी हो चुकी है। ऐसे में एक तो पर्याप्त पानी न मिलने से लोग पहले से ही परेशान चल रहे हैं और दूसरी तरफ जो पानी मिल रहा है, वह गंदा और बदबूदार है। उन्होंने कहा कि 2021-22 के बजट भाषण में केजरीवाल ने कहा था कि 93 फीसदी पाइपलाइन बिछाने का काम हो चुका है लेकिन वह आज भी धरातल पर नहीं दिख रहा है। कागजों में अपने काम को गिनवाने वाले केजरीवाल सरकार अगर सच में पाइपलाइन बिछाई होती तो आज टैंकर माफिया इतने एक्टिव नहीं होते। आदेश गुप्ता ने कहा कि साल 2014 से पहले जब कांग्रेस की सरकार थी तो पानी टैंकरों पर 1109 करोड़ रुपए खर्च होते थे क्योंकि अधिकांश कॉलोनियों में पानी की सप्लाई नहीं थी, लेकिन केजरीवाल सरकार के अनुसार अगर 93 प्रतिशत कॉलोनियों में पाइपलाइन बिछा दी गई है तो पानी टैंकरों पर 1783 करोड़ रुपए का खर्च हो रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की 40 प्रतिशत आबादी के पास अभी भी साफ पानी नहीं पहुंच पा रहा है। देवली,संगम विहार,बलजीत नगर,पांडव नगर,तुगलकाबाद,अंबेडकर नगर,करावल नगर,रोहताश नगर और दिल्ली देहात के दर्जनों गांवों में लोग साफ पानी को तरस रहे हैं । पानी के लिए लोग टैंकर माफियाओं का शिकार हो रहे हैं या दूर-दूर तक जाना पड़ता है।