दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने जनकपुरी पश्चिम आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर पर फेज -४ के पहले टनलिंग स्ट्रेच पर कृष्णा पार्क एक्सटेंशन में टनल बोरिंग मशीन से 1.4 किमी लंबी सुरंग का कार्य पूरा कर लिया।
डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. मंगू सिंह ने बताया कि इस खंड पर अप और डाउन दिशा में आवाजाही के लिए दो समानांतर सर्कुलर सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है जो जनकपुरी पश्चिम से केशोपुर के बीच 2.2 किमी लंबे भूमिगत सेक्शन का हिस्सा हैं। अन्य समानांतर सुरंग का निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह नई सुरंग पूर्व निर्मित मेजेंटा लाइन सुरंग को ही आगे बढ़ाती है, जो वर्तमान में परिचालित बॉटेनिकल गार्डन, जनकपुरी पश्चिम कॉरिडोर के लिए पहले निर्मित की गई थी। इस सुरंग का निर्माण लगभग 14 से 16 मीटर की गहराई पर किया गया है। सुरंग में एक हजार से भी अधिक रिंग्स लगाए गए हैं। इसका भीतरी व्यास 5.8 मी. है। सुरंग का अलाइनमेंट बाहरी रिंग रोड के साथ-साथ बहुमंजिली इमारतों के नीचे से होकर गुजरता है। सुरंग का निर्माण अर्थ प्रेशर बैलेंसिंग मैथड की प्रामाणिक टेक्नोलॉजी से किया गया है जिसमें प्रीकास्ट टनल रिंग्स की कंक्रीट लाइनिंग तैयार की गई है। इन टनल रिंग्स की कास्टिंग मुंडका में स्थापित पूर्णतया मेकेनाइज्ड कास्टिंग यार्ड में की गई है। कंक्रीट के इन सेगमेंट को स्टीम क्यूरिंग सिस्टम से तैयार किया गया है ताकि ये शीघ्र मजबूती हासिल कर सकें। निर्मित भवनों के नीचे सुरंग निर्माण का कार्य करते समय समस्त आवश्यक संरक्षा उपाय किए गए थे जिनमें आसपास की इमारतों में उच्च संवेदी उपकरण लगाकर ग्राउंड मूवमेंट पर नजर रखी गई। फेज-४ के लिए अभी तक अनुमोदित कार्य के हिस्से के रूप में लगभग 27 किमी भूमिगत लाइनों का निर्माण कार्य किया जाएगा। डीएमआरसी के मुताबिक जनकपुरी पश्चिम,आरके आश्रम मार्ग कॉरिडोर पर कुल मिलाकर 7.74 किमी सेक्शन भूमिगत होंगे। टनल बोरिंग मशीन एक ऐसी मशीन है जिसका इस्तेमाल विभिन्न तरह की मिट्टी और चट्टानी भूमि को काटकर सर्कुलर क्रॉस सेक्शन सुरंगों की खुदाई के लिए होता है। ये मशीनें किसी भी तरह की सख्त चट्टान से लेकर रेतीली भूमि को काटने का काम करती हैं। टनल बोरिंग मशीनों ने पूरे विश्व में होने वाले टनलिंग कार्यों में क्रांति सी ला दी है क्योंकि अब सतह पर बने भवनों और अन्य ढांचों को कोई नुकसान पहुंचा, बिना सुरंगों का खुदाई कार्य किया जा सकता है। सघन शहरी क्षेत्रों में भूमिगत सुरंगों के कार्यों के लिए टनल बोरिंग मशीनें विशेष तौर पर उपयोगी होती है। डीएमआरसी ने सुरंगों के निर्माण के लिए फेज-१ से ही टनल बोरिंग मशीनों का उपयोग किया है। फेज-४ में अब लगभग 50 किमी के भूमिगत सेक्शनों का निर्माण किया गया तो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लगभग 30 टनल बोरिंग मशीनें उपयोग में लाई गई थीं।