नई दिल्ली- दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मेट्रो में खड़े होकर भी यात्रा करने की छूट दे दी है। अब सोमवार से मेट्रो स्टेशनों पर सभी गेट खुले रहेंगे। दिल्ली मेट्रो रेल निगम का कहना है कि मेट्रो पहले की तरह प्रतिदिन 30 लाख से अधिक यात्रियों को यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराने को तैयार है। बता दें कि कोरोना काल में ओमिक्रोन का संक्रमण शुरू होने पर 28 दिसंबर को बैठने की 50 प्रतिशत क्षमता के साथ मेट्रो के परिचालन का प्रविधान किया गया। तब दिल्ली मेट्रो के 254 स्टेशनों पर मौजूद 712 गेट में से 444 गेट ही खुला रखे जा रहे थे। यात्रियों की लंबी लाइनें देखते हुए बैठने की 100 प्रतिशत क्षमता के साथ मेट्रो का परिचालन शुरू किया गया। फिर भी अभी मेट्रो स्टेशनों पर करीब 500 गेट खुला रहते हैं। डीएमआरसी के मुताबिक सोमवार से मेट्रो स्टेशनों पर सभी 712 गेट खुला करेंगे। अभी मेट्रो में प्रतिदिन करीब 15 से 17 लाख यात्री करीब 30 लाख यात्राएं करते हैं। सोमवार से मेट्रो में भीड़ अधिक बढ़ेगी। डीएमआरसी के प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा कि मेट्रो में सोमवार से खड़े होकर सफर के दौरान भी यात्री मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। वहीं, डीडीएमए ने आटो, टैक्सी, फटफट सेवा व मैक्सी कैब आदि में यात्रियों की संख्या पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया है। इन वाहनों में सभी सीटों पर यात्रा करने पर पिछले 10 माह से प्रतिबंध था। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लाकडाउन 19 अप्रैल को लगाया गया था। उस समय से यह व्यवस्था लागू है कि आटो, टैक्सी, ई-रिक्शा, ग्रामीण सेवा और फटफट सेवा में अभी दो यात्रियों को बैठा सकते हैं, जबकि मैक्सी कैब में पांच यात्री और आरटीवी में 11 यात्री तक बैठ सकते हैं। कोरोना संक्रमण का असर कम होने पर डीडीएमए ने गत 25 जुलाई को आदेश जारी कर बसों और मेट्रो में सभी सीटों पर सवारियां बैठाने की इजाजत दे दी थी। अब सवारियों की सीमा के प्रतिबंध को हटा लिया गया है।