नई दिल्ली – स्मॉल कैप कंपनियां तेजी से बढ़ने की क्षमता रखती हैं। इनके पास बड़े पैमाने पर विकास करने के अनगिनत मौके होते हैं।अनदेखे अवसर: ये कंपनियां अक्सर बड़े निवेशकों की नजर में नहीं होतीं, लेकिन इनमें संभावनाओं का खजाना छिपा रहता है।विविधीकरण: स्मॉल कैप कंपनियां उन सेक्टर्स में काम करती हैं, जहां मिड और लार्ज कैप कंपनियों की कम उपस्थिति होती है, जिससे निवेश पोर्टफोलियो को विविधता मिलती है।निवेश के लिए बड़ा दायरा: स्मॉल कैप कंपनियां अन्य मार्केट कैप की तुलना में निवेशकों को अधिक विकल्प प्रदान करती हैं।चक्रवृद्धि लाभ: दीर्घकालिक निवेश से स्मॉल कैप सेगमेंट में चक्रवृद्धि रिटर्न मिलता है। निफ्टी स्मॉल कैप 100 इंडेक्स के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 20 वर्षों में स्मॉल कैप कंपनियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। (स्रोत: निफ्टी स्मॉल कैप 100 इंडेक्स फैक्टशीट, 31 दिसंबर 2024)ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम मुख्य रूप से स्मॉल कैप शेयरों में निवेश करती है।मुंबई, 08 जनवरी, 2025: मिरे असेट इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड ने अपना नया ‘मिरे असेट स्मॉल कैप फंड’ लॉन्च किया है। यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो मुख्य रूप से स्मॉल कैप कंपनियों में निवेश करती है। इस फंड का उद्देश्य निवेशकों को रिसर्च-आधारित रणनीति के जरिए मजबूत और तेजी से बढ़ने वाली स्मॉल कैप कंपनियों से लाभ पहुंचाना है। फंड का बेंचमार्क निफ्टी स्मॉल कैप 250 टोटल रिटर्न इंडेक्स (टीआरआई) है, और इसका प्रबंधन सीनियर फंड मैनेजर वरुण गोयल करेंगे।यह फंड उन निवेशकों के लिए खासतौर पर डिज़ाइन किया गया है, जो उच्च जोखिम लेने के साथ अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में निवेश करना चाहते हैं। इसमें वे युवा और जोश से भरे निवेशक शामिल हैं, जो उच्च रिटर्न की तलाश में हैं। इसके अलावा, अनुभवी निवेशक जो अपने पोर्टफोलियो के प्रदर्शन को बेहतर बनाना चाहते हैं, और एसआईपी के जरिए अनुशासित निवेश करने वाले निवेशक भी इस फंड का लाभ उठा सकते हैं। यह योजना सभी प्रकार के निवेशकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाई गई है।
मिरे असेट स्मॉल कैप फंड का नया फंड ऑफर (एनएफओ) 10 जनवरी, 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 24 जनवरी, 2025 को बंद होगा। यह स्कीम 3 फरवरी, 2025 से नियमित खरीद और बिक्री के लिए उपलब्ध होगी। इस फंड में न्यूनतम निवेश राशि केवल 5,000 रुपये रखी गई है, और उसके बाद 1 रुपये के गुणकों में अतिरिक्त निवेश किया जा सकता है।
मिरे असेट इनवेस्टमेंट मैनेजर्स के सीनियर फंड मैनेजर, वरुण गोयल ने इस फंड के बारे में कहा कि स्मॉल कैप निवेश एक ऐसा क्षेत्र है जहां सही जानकारी और अवसर का मेल होता है। उन्होंने बताया कि यह फंड डेटा-आधारित निर्णय लेने और अनुशासित निवेश दृष्टिकोण को एक साथ लाता है। इसका उद्देश्य उन स्मॉल कैप कंपनियों की पहचान करना है, जिनमें भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता है।यह स्कीम उन कंपनियों के गुणवत्ता वाले शेयरों में निवेश करेगी, जिनकी आय तेजी से बढ़ती है, जिनके पास मजबूत पूंजी दक्षता है, और जो बेहतरीन कॉरपोरेट गवर्नेंस का पालन करती हैं। खास बात यह है कि इन कंपनियों पर कर्ज का बोझ बहुत कम या लगभग नगण्य होता है। इस फंड का कम से कम 65% हिस्सा स्मॉल कैप स्टॉक्स में लगाया जाएगा, जबकि बाकी 35% तक का हिस्सा मिड कैप और लार्ज कैप स्टॉक्स में निवेश किया जाएगा। मिरे असेट म्यूचुअल फंड ने यह फंड लॉन्च करके उभरते हुए बाजारों में निवेश के नए अवसर देने की अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है। अपनी रिसर्च की गहराई, अनुशासित निवेश प्रक्रिया, और वैश्विक अनुभव का लाभ उठाकर यह फंड निवेशकों को भारत के स्मॉल कैप सेगमेंट की अपार संभावनाओं का फायदा उठाने का अवसर देगा। भारत जैसी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में कई बार ऐसी कंपनियां होती हैं जो अनदेखी रह जाती हैं या उनका मूल्यांकन सही तरीके से नहीं होता। इनमें लंबी अवधि में बेहतरीन ग्रोथ और शेयरधारकों के लिए अच्छा रिटर्न देने की क्षमता होती है। इस फंड का उद्देश्य ऐसे अवसरों की पहचान कर, निवेशकों के लिए अधिकतम मूल्य निर्माण करना है।