बिहार – लोकसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां एक-दूसरे पर टिप्पणी करती नजर आ रही हैं. इस बीच, छपरा से नामांकन दाखिल करने के बाद बीजेपी प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी ने मीडिया से बात की. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि,रोहिणी आचार्य चुनाव जीतने के लिए मुद्दा इस बात को बना रही हैं कि वह छपरा सारण की बेटी हैं. नामांकन में जो दाखिल वह की हैं, उसके एफिडेविट में पता पटना का है.सारण से उनका कोई लेना देना नहीं है, लेकिन बार-बार कैंपेन में बोल रही हैं कि छपरा सारण की बेटी हैं. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि ऐसे मुद्दों को वह उठाएं जो जनता पसंद करे. छपरा सारण से रोहिणी का कोई कनेक्शन नहीं है.आज सारण से लड़ रही हैं.अगली बार पटना, गया लड़ने जाएंगी.वहीं आगे उन्होंने कहा कि,रोहिणी आचार्य अपने पिता को किडनी दी यह अच्छी बात है. परिवार इसलिए होता है. परिवार के लिए हमेशा खड़ा रहना चाहिए, लेकिन वह किडनी देने वाली बात को चुनावी मुद्दा क्यों बना रही हैं, यह सारण की जनता समझ नहीं पा रही है. हर बार यही बात वह कैंपेन में बोल रही हैं.इसके साथ ही आपको बता दें कि दो चरणों में हुई कम वोटिंग पर विपक्ष कह रहा है कि केंद्र सरकार का वोट कम हुआ है. सरकार कोई वादा पूरा नहीं की. जनता नाराज है इसलिए वोट नहीं कर रही है.इस सवाल के जवाब में रुडी ने आगे कहा कि,इंडिया गठबंधन के प्रति जनता में निराशा है. इसलिए उनके लोग वोट देने नहीं आ रहे. जो भी लोग वोट देने आ रहे हैं वह एनडीए के समर्थक हैं. जो भी लोग आ रहे वह पीएम मोदी के समर्थक हैं.वहीं मीडिया के एक और सवाल पर कि विपक्ष कह रहा है कि 400 पार का नारा पीएम मोदी इसलिए दे रहे हैं क्योंकि संविधान बदल देंगे. इस पर राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि,विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. कोई आइडिया ही उन लोगों को नहीं है कि क्या बोलना है. संविधान तो जरूरत के हिसाब से बदला भी गया है. अब तक 127 बार संविधान बदला गया है.वहीं आपको बता दें कि रूडी ने आगे तेजस्वी यादव के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि,प्रधानमंत्री ने कितना काम किया है इसको समझने लिए तेजस्वी को पढ़ाई करनी पड़ेगी. चीजों को समझना पड़ेगा. हवा में कोई भी बात बोल देते हैं. इससे काम नहीं चलेगा. मैंने सारण में विकास के कई काम किए हैं. इसको कोई नजरअंदाज करके कैंपेन करेगा तो अपने लिए गड्डा खोदने का काम करेगा. इसके अलावा आगे जब मीडिया वालों ने पूछा कि 20 मई को वोटिंग है. लोग घरों से निकलें. वोट करें. जनता चाहती है तीसरी बार नरेंद्र मोदी पीएम बनें.