औरंगबाद- भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी महाराष्ट्र में औरंगाबाद लोकसभा सीट दो लाख वोट के अंतर से जीतेगी। उनका यह बयान इस बात का संकेत है कि भाजपा, शिवसेना से दो-दो हाथ करने को इच्छुक है जिसने कई बार इस लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया है। औरंगाबाद में रात को भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा द्वारा एक रैली को संबोधित करने के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी औरंगाबाद में रैली करेंगे। हालांकि उन्होंने तारीख नहीं बताई। उन्होंने दावा किया, भाजपा दो लाख वोट के अंतर से औरंगाबाद लोकसभा सीट जीतेगी। भाजपा नेताओं ने कहा कि पार्टी ने महाराष्ट्र में जिन 18 मुश्किल सीट को अपनी जीत की योजना में चिह्नित किया है, उसके तहत नड्डा ने चंद्रपुर और औरंगाबाद में दो रैलियों को संबोधित किया। पार्टी नेताओं ने कहा कि 2024 के आम चुनाव में भाजपा ने जिन 160 लोकसभा सीटों को लक्षित किया है, 18 मुश्किल सीट उनका हिस्सा हैं। औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शविसेना का धड़ा कई बार कर चुका है लेकिन 2019 के चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन एआईएमआईएम ने यह सीट जीत ली थी। भाजपा सूत्रों ने बताया कि अमित शाह अपनी पार्टी के लोकसभा प्रवास कार्यक्रम के तहत इस महीने 11 राज्यों की यात्रा करेंगे ,इस प्रवास का लक्ष्य 2024 के आम चुनाव से पहले लक्षित संसदीय क्षेत्रों में पार्टी की संभावनाओं को निखारना है। जब बावनकुले से पूछा गया कि औरंगाबाद में मंच पर नड्डा के मौजूद रहने के दौरान ही कुछ लोग रैली स्थल से जाने लगे थे तब उन्होंने कहा, निर्धारित समय अपराह्न चार बजे से पहले पूरा मैदान भरा था। मेरे पास तो वीडियो हैं। लेकिन कार्यक्रम ही चार घंटे देरी से शुरू हुआ। मुझे बाद में पता चला कि आधे औरंगाबाद में रात आठ बजे ही पानी आता है, इसके अलावा लोगों के अपने काम भी थे, महिलाओं को खाना भी पकाना था। इन कारणों से शायद लोग गए हों। स्थानीय भाजपा नेताओं के भाषण के दौरान ही नड्डा के मंच पर मौजूद रहने के बाद भी दर्शकों के मैदान से जाने के वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किए जा रहे हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने महाराष्ट्र की 48 में से 25 सीट पर चुनाव लड़ा था और उसने 23 सीट जीती थीं। तब पार्टी का शिवसेना के साथ गठबंधन था, और शिवसेना ने 18 सीट जीती थीं।