नई दिल्ली – शिक्षा के क्षेत्र में महामारी के सबसे बड़े प्रभावों में से एक रहा है लंबे समय तक स्कूलों के बंद रहने के कारण पढ़ाई में हुआ नुकसान। इससे बजट स्कूलों पर बुरा प्रभाव हुआ है, पढ़ाई में ज्यादा अंतर आया है, खासकर सबसे निचले आर्थिक वर्गों से आने वाले बच्चों की पढ़ाई में। प्रमुख स्कूल एडटेक कंपनी लीड 400 से ज्यादा शहरों में 3000 से ज्यादा बजट प्राइवेट स्कूलों को सेवा प्रदान करती है और भारत में स्कूली शिक्षा के कायाकल्प में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है कि कंपनी 12 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स के लिये पढ़ाई की कमी को पूरा कर रही है। कंपनी अभी अपने इंटीग्रेटेड लर्निंग सिस्टम के माध्यम से हरियाणा में विभिन्न शहरों के 81 स्कूलों में 37,700 से ज्यादा स्टूडेंट्स को सशक्त कर रही है।
‘स्कूल में’ होने वाली पढ़ाई शिक्षा का मूल होती है और देश के 270 मिलियन स्टूडेंट्स की ‘पढ़ाई के परिणामों’ को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण है, जिनमें से ज्यादातर स्टूडेंट्स कम शुल्क वाले या बजट प्राइवेट स्कूलों पर भरोसा करते हैं। ऐसे स्कूलों की कोशिशों को सराहते हुए, एज्युकेशन वर्ल्ड मैगज़ीन ‘ईडब्ल्यू इंडिया बजट प्राइवेट स्कूल रैंकिंग्स’ लेकर आई है। इस साल, इस रैंकिंग में आए हरियाणा के 47 स्कूलों में से 26 लीड पावर्ड स्कूल थे। यह अवार्ड उन स्कूलों को दिया जाता है, जो कम आय वाले परिवारों के बच्चों को विश्व में सबसे प्रतिस्पर्द्धी मूल्य पर प्राइवेट स्कूल की शिक्षा देते हैं।
एक लीड पावर्ड स्कूल में स्टूडेंट्स को केवल किताबें नहीं, बल्कि उत्कृष्ट शिक्षा के 5 संकेत मिलते हैं।
1. अंतर्राष्ट्रीय मानक का पाठ्यक्रम, जिसमें सिंगापुर, कनाडा और अमेरिका के स्कूलों सहित दुनिया में सर्वश्रेष्ठ स्कूलों के बराबर पढ़ाई होती है
2. स्मार्ट टीवी, टैबलेट और एक्टिविटी किट्स वाले स्मार्ट क्लासरूम
3. सुपर टीचर्स को लीड के विशेषज्ञ प्रशिक्षित करते हैं और उन्हें तैयार संसाधनों वाले टैबलेट से सहयोग मिलता है
4. लीड स्टूडेंट एप के साथ घर पर विश्व-स्तरीय पढ़ाई, जिसमें एक समर्पित पेरेंट सेक्शन भी है, जो बच्चे की प्रगति पर नजर रखता है; और
5. असीमित मौके, जो सेलीब्रिटी मास्टरक्लासेस, भारत की सबसे बड़ी स्टूडेंट चैम्पियनशिप और स्टूडेंट्स द्वारा संचालित कॉन्फ्रेंसेस के साथ स्टूडेंट्स के लिये अवसरों की दुनिया के दरवाजे खोलते हैं।
उत्कृष्ट शिक्षा के 5 संकेत स्टूडेंट्स को पढ़ाई का संपूर्ण अनुभव देते हैं और उनका आत्मविश्वास बढ़ाते हैं, ताकि वे भविष्य के लिये तैयार हो सकें।