मुंबई – जुड़े सूत्रों ने खुलासा किया है कि कई उतार-चढ़ाव के बाद हिंदुजा समूह की एक कंपनी को दूसरे दौर में कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल को लेने के लिए 9,650 करोड़ रुपये की पेशकश के साथ सबसे ऊंची बोली लगाने वाली कंपनी के रूप में उभरी। इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड की बोली पिछले साल दिसंबर में आयोजित नीलामी के पहले दौर में टोरेंट इन्वेस्टमेंट्स द्वारा की गई 8,640 करोड़ रुपये की पेशकश से अधिक है।सूत्रों ने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि अन्य दो दावेदारों- टोरेंट इन्वेस्टमेंट्स और ओकट्री ने दूसरे दौर की नीलामी में हिस्सा नहीं लिया। लेनदारों की समिति ने पहले दौर के लिए 9,500 करोड़ रुपये और दूसरे दौर के लिए 10,000 करोड़ रुपये की न्यूनतम बोली राशि निर्धारित की थी, बाद के दौरों के लिए अतिरिक्त 250 करोड़ रुपये तय की थी।