सूरत-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोराबारी समुदाय से कहा कि वे बैंकिंग और अन्य क्षेत्रों में सुधार के लिए नीतिगत बदलावों के साथ ही मौजूदा खामियों की पहचान करने के बारे में सुझाव देने के लिए उद्यमियों और विशेषज्ञों के समूह बनाएं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार देश में एक ऐसा माहौल बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास कर रही है ताकि सामान्य से सामान्य परिवार का युवा भी उद्यमी बन सके।यहां आयोजित तीन दिवसीय वैश्विक पाटीदार कारोबार सम्मेलन-2022 का वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान इस समाज के कारोबारियों से यह आग्रह किया। उन्होंने कहा, मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप 10-15 उद्यमियों के समूह बनाएं, जिनमें युवा और अनुभवी दोनों है। ए समूह उन क्षेत्रों की पहचान करें, जिसमें उन्हें लगता है कि वे कोई प्रभाव छोड़ सकते हैं, उन क्षेत्रों के बारे में वैश्विक प्रथाओं का अध्ययन कर सकते हैं और कैसे उसके बाजार को विकसित किया जा सकता है। साथ ही वे खामियों को बताएं और उन्हें देखते हुए सरकारी नीतियों में सुधार के उपाय सुझाएं। उन्होंने कहा कि ऐसे समूहों में विशेषज्ञों और शिक्षाविदों को शामिल किया जाना चाहिए। मोदी ने कहा, बैंकिंग क्षेत्र को ही लीजिए कि आखिर उसका विकास क्यों नहीं हो रहा है इस क्षेत्र की समस्याओं का पता लगाइए। हर सप्ताह मुझे सूरत के हीरा उद्योग से जुड़े लोगों का एक प्रतिवेदन मिलता है, जिसमें कहा जाता है कि बैंक उन्हें कर्ज नहीं देते, लिहाजा मुझे कुछ करना चाहिए। हमारी नीतियों में कहां खामियां हैं और प्राथमिकता बैंकिंग क्षेत्र को लेकर ऐसे सवाल क्यों सामने आते हैं। उन्होंने कहा, इसी तरीके से आप फिनटेक क्षेत्र को ले सकते हैं। वित्तीय सेवाओं में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर एक गहन अध्ययन कर उस विषय को लिया जा सकता है और खामियों को दूर किया जा सकता है। अन्य क्षेत्रों को भी लिया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने सम्मेलन में मौजूद कारोबारियों से कहा कि वे इस बारे में दस्तावेज तैयार करें कि सरकार को कौन सी सही नीति क्रियान्वित करनी चाहिए। मोदी ने कहा, आप इस बारे में प्रस्तुति दीजिए। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि यदि आपको मुझसे मिलना होगा तो मैं बैंकिंग और अन्य क्षेत्रों के बारे में आपकी प्रस्तुति देखने के लिए आपके साथ बैठूंगा और अधिकारियों से भी कहूंगा कि वे भी इसे देखें। उन्होंने कहा कि प्रस्तुति के आधार पर सरकार नीतियों में बदलावों पर विचार करेगी ताकि कारोबार का विकास हो। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था को गति देने वाले केंद्र सरकार के विभिन्न पहल का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, अपनी नीतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार का निरंतर प्रयास है कि देश में एक ऐसा माहौल बने कि सामान्य से सामान्य परिवार का युवा भी उद्यमी बने, उसके लिए वह सपने देखे और उद्यमिता पर गर्व करे। मोदी ने कहा कि उत्पादन आधारित प्रोत्साहन पीएलआई योजना ने पुराने सेक्टरों में तो मेक इन इंडिया का उत्साह तो भरा ही है, सेमी कंडक्टर जैसे नए क्षेत्रों के विकास की संभावनाएं भी बनी हैं।उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना आज देश के उन लोगों को भी अपना व्यापार करने का हौसला दे रही है जो कभी इसके बारे में सोचते भी नहीं थे। उन्होंने कहा, स्टार्ट अप इंडिया से वह नवोन्मेष, वह प्रतिभा भी आज यूनिकॉर्न के सपने साकार होते देख रही है, जिसको कभी रास्ता नहीं दिखता था। प्रधानमंत्री ने पाटीदार समुदाय के व्यवसायियों से खेती को और आधुनिक बनाने के रास्तों पर गौर करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि उनमें से अधिकतर युवा कृषक परिवारों से आते हैं। प्रधानमंत्री ने युवाओं से जैविक खेती की ओर ध्यान केंद्रित करने का भी अनुरोध किया।