गुरुग्राम- आज सेफएक्सप्रेस ने स्मार्ट फ़्रेट सेंटर इंडिया के साथ मिल कर अपने पहले लॉन्ग-हॉल इलेक्ट्रिक वाहन का पायलट रन शुरू किया। यह पायलट भारत के सबसे व्यस्त फ़्रेट कॉरिडोर, दिल्ली जयपुर मार्ग पर संचालित किया गया। यह पहल 2047 तक “नेट ज़ीरो एमिशन” हासिल करने और लॉजिस्टिक्स को डिकार्बोनाइज़ करने की दिशा में सेफएक्सप्रेस का एक अहम कदम है। यह पायलट रन सेफएक्सप्रेस लॉजिस्टिक्स पार्क दिल्ली से शुरू हो कर सेफएक्सप्रेस लॉजिस्टिक्स पार्क–जयपुर तक चला। इस यात्रा के दौरान इलेक्ट्रिक ट्रक की लाइव लोडिंग, यात्रा के दौरान चार्जिंग और अनलोडिंग प्रक्रिया को प्रोफ़ेशनल तरीके से डॉक्युमेंट किया गया। यह डॉक्युमेंट इस रूट की वास्तविक परिचालन परिस्थितियों और इलेक्ट्रिक ट्रक से लंबी दूरी की माल ढुलाई में आई चुनौतियों और अवसरों को समझने में कारगर रहेगा। लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए सेफएक्सप्रेस के मैनेजिंग डायरेक्टर रूबल जैन ने कहा सेफएक्सप्रेस के लिए सस्टेनेबिलिटी हमारे हर संचालन का मूल सिद्धांत है। दिल्ली–जयपुर पर यह इलेक्ट्रिक वाहन का पायलट हमारी 2047 तक नेट ज़ीरो हासिल करने की दिशा में एक ठोस कदम है। यह रूट हमारे नेटवर्क में रणनीतिक रूप से बेहद अहम है, और इस पायलट से मिले परिणाम हमें बड़े पैमाने पर ग्रीन लॉजिस्टिक्स अपनाने में मार्गदर्शन करेंगे।स्मार्ट फ़्रेट सेंटर इंडिया की सीनियर मैनेजर प्रोग्राम्स एंड पार्टनरशिप्स, सान्या शाही ने कहा हमें इस पायलट प्रोजेक्ट में सेफएक्सप्रेस के साथ साझेदारी करके गर्व हो रहा है। इस पायलट से वास्तविक डेटा और ऑपरेशनल परफ़ॉर्मेंस की मॉनिटरिंग से हम इंडस्ट्री और नीति-निर्माताओं दोनों को व्यावहारिक सुझाव दे पाएँगे, जिससे भारत में ग्रीन लॉजिस्टिक्स को गति मिलेगी। इस पायलट का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहन की लॉन्ग-हॉल रूट पर परफ़ॉर्मेंस, चार्जिंग की क्षमता, उत्सर्जन में कमी, संचालन लागत और तकनीकी व्यवहार्यता का मूल्यांकन करना था। इन निष्कर्षों के आधार पर एक औपचारिक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जो भारत में ग्रीन लॉजिस्टिक्स को आगे बढ़ाने के लिए उद्योग और नीतिगत निर्णयों में अहम भूमिका निभाएगी।