नई दिल्ली- बीएसईएस ने दक्षिण, पश्चिम, मध्य और पूर्वी दिल्ली में रहने वाले 1.80 करोड़ लोगों से अपील है कि वे इस शनिवार दुनियाभर में मनाए जा रहे अर्थ आवर में शामिल हों, और रात 8.30 से 9.30 बजे के बीच स्वेच्छा से अपने घरों व कार्यस्थलों की गैरजरूरी लाइट्स व बिजली उपकरण बंद रखें। बीएसईएस खुद भी अपने 400 से अधिक ऑफिसों में अर्थ आवर के दौरान गैर जरूरी लाइट्स को ऑफ रखेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि चौंकाने वाले जलवायु परिवर्तन ने धरती मां के लिए संकट को और बढ़ा दिया है। अचानक से बदलने वाला मौसम, अप्रत्याशित तापमान आदि इसी संकट की ओर इशारा करते हैं। ऐसे मेंए जरूरी है कि हम अपव्ययी आदतों को छोडक़र ऐसी जीवनशैली अपनाएं, जो धरती के अनुकूल हो। अर्थ आवर इसी दिशा में एक कदम है। अर्थ आवर डब्लूडब्लूएफ वल्र्ड वाइड फंड फॉर नेचर वल्र्ड वाइल्ड लाइफ फंड का सालाना कार्यक्रम है, जिसके तहत दुनियाभर के लोगों से अपील की जाती है कि वे जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए अपने घरों और कार्यस्थलों पर गैरजरूरी लाइट्स और बिजली चालित उपकरणों को तय समय के दौरान बंद रखें बीएसईएस प्रवक्ता के मुताबिक, बीएसईएस ने अपने क्षेत्र के 1.8 करोड़ निवासियों से अपील की है कि वे धरती मां और आने वाली पीढिय़ों के लिए सही कदम उठाएं। लोग, प्राकृतिक दुनिया की रक्षा कर बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। टिकाऊ विकास को प्रोत्साहन देने के लिए बीएसईस पहले से ही अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है। इस कड़ी में बीएसईएस इलेट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाने के साथ साथ बैटरी स्टोरेज, डिमांड साइड मेनेजमेंट की दिशा में भी काम कर रही है।