भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के 295 स्थानों पर काशी विश्वनाथ मंदिर का पुर्ननिर्माण कार्यक्रम का सीधा लाइव प्रसारण किया
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी द्वारा दिल्ली के अलग-अलग 295 स्थानों पर सोमवार को दिव्य काशी भव्य काशी के तहत काशी विश्वनाथ मंदिर का पुर्ननिर्माण कार्यक्रम का सीधा लाइव प्रसारण किया गया। अलग-अलग स्थानों पर हुए लाइव प्रसारण को देखने के लिए केंद्रीय मंत्रियों से लेकर प्रदेश पदाधिकारियों सहित दिल्ली के साधू-संत, समाज के प्रबुद्धजन समाज सेवा अन्य गणमान्य और बड़ी संख्या में इन मंदिरों में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे। पिछले एक सप्ताह से प्रदेश भाजपा द्वारा इसकी तैयारी की जा रही थी जिसमें दिल्ली के मंदिरों को साफ -सफाई से लेकर स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा था। दिल्ली के मंदिर मार्ग स्थिति लक्ष्मीनारायण मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आए सभी मुख्य आतिथियों का स्वागत और अभिनंदन किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय संघटक वी सतीश, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल,पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर एवं डॉ. हर्षवर्धन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी, सांसद प्रवेश साहिब सिंह एवं गौतम गंभीर सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी एवं हजारों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे। महरौली जिला अध्य्क्ष जगमोहन मेहलावत ने किशन गढ़ बाबा लटूरिया मंदिर में अपने सभी कार्यकर्ताओं और साधू संत के साथ पीएम मोदी का उद्बोधन सुना और कार्यक्रम के अंत में महंतो का सम्मान किया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को युग पुरुष बताते हुए कहा कि आज सिर्फ काशी विश्वनाथ मंदिर का ही पुर्ननिर्माण नहीं हुआ है बल्कि पूरे काशी का जीर्णोद्धार हुआ है। हजारो वर्षों से प्रतिक्षित काशी का स्वरुप बदल गया है। दिल्ली में भी काशी का स्वरुप देखने को मिला है और लगभग 300 से अधिक स्थानों पर दिव्य काशी भव्य काशी कार्यक्रम का सीधा लाइव प्रसारण किया गया है। उन्होंने कहा कि आज देश के अंदर ऐसे और भी कई धार्मिक स्थल हैं जिनका पुर्नगौरव की आवश्यकता है और हमें विश्वास है कि मोदी सरकार में उन सभी धार्मिक स्थलों का भी पुर्ननिर्माण काम पूर्ण होगा। आदेश गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा आज जो काम किया गया है, उसे आने वाले समय तक याद रखा जाएगा। क्योंकि काशी विश्वनाथ मंदिर का पुर्ननिर्माण एक बार अहिल्याबाई होलकर ने किया था जिसे हम आज भी याद करते हैं और उनके बाद अगर कोई है जिन्होंने काशी नगरी का स्वरुप बदला है तो वह हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। उन्होंने कहा कि काशी का बदलता रुप भारतीय संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक है।