नई दिल्ली- दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने इंद्रपुरी के दसघरा गांव स्थित साईं चौक पर एक जनसभा को संबोधित किया। जहां स्थानीय लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली। लोगों ने गोपाल राय के साथ अपना काम कराना है, झाड़ू की बटन दबाना है के नारे लगाए और दुर्गेश पाठक को अपार समर्थन दिया। गोपाल राय ने कहा कि राजेश भाटिया पर भाजपा वालों का यकीन 5 साल पहले उठ गया था, आज पूरी राजेंद्र नगर विधानसभा से कह रहे हो कि मुझपर यकीन कर लो। मैं भाजपा और कांग्रेस को चुनौती देता हूं कि आओ और जनता को बताओ कि जब दिल्ली में तुम्हारी सरकार थी तो तुमने कितना काम किया। आम आदमी पार्टी के काम को झुग्गी में रहने वाला व्यक्ति भी आसानी से गिना देगा। भाजपा और कांग्रेस के कामों को तराजू के एक पलड़े पर और आम आदमी पार्टी के कामों को दूसरे पलड़े पर रखना, फिर बताना किसका पलड़ा भारी है। जनता भी कहती है कि जब काम केजरीवाल करता है तो वोट भी हम केजरीवाल को देंगे। जितना काम पिछले पिछले ढाई साल में हुआ है, अगले ढाई साल में उससे दुगना काम करने का रिकॉर्ड बनाना है। जाति-धर्म, पैसे-रुपयों से ऊपर उठकर 23 जून को आम आदमी पार्टी को वोट देना है, यदि थोड़ी भी गड़बड़ी हुई तो अगले ढ़ाई साल गड़बड़ हो जाएंगे।आप प्रदेश संयोजक ने कहा कि जनता भी कहती है कि जब काम केजरीवाल करता है तो वोट भी हम केजरीवाल को देंगे। काम केजरीवाल कर रहा है और भाजपा वाले कह रहे हैं कि स्थानीय वोटर और स्थानीय विधायक। कौन स्थानीय है यह जो पांच साल गुजरे हैं, इससे पांच साल पहले राजेंद्र नगर वॉर्ड के पार्षद हुआ करते थे। कल एक वीडियो में कह रहे थे कि पदयात्रा करते-करते दुर्गेश पाठक की चप्पल घिस गई, हमारे तो पैदल घूमते-घूमते बाल उड़ गए। सारे डॉक्टर कहते हैं कि पैदल चलो तो बाल नहीं झड़ेंगे, यह इतना पैदल चले कि इनके बाल ही उड़ गए। यदि भाटिया जी इतने ही कर्मठ थे तो पांच साल पहले भाजपा वालों ने इनका पार्षद का टिकल क्यों काट दिया था जब भाजपा वालों का यकीन 5 साल पहले उठ गया था, आज पूरी राजेंद्र नगर विधानसभा से कह रहे हो कि मुझपर यकीन कर लो।उन्होंने कहा कि जिस दिन राघव चड्ढा को राज्यसभा भेजा गया, भाजपा के बड़े-बड़े दिग्गज ताल ठोक के घूम रहे थे। भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता कह रहे थे कि मैं चुनाव लड़ूंगा, सिरसा जी कह रहे थे कि मैं चुनाव लड़ूगा। उसी में बग्गा जी भी घुस गए कि मैं केजरीवाल को बहुत गालियां देता हूं इसलिए मैं चुनाव लड़ूंगा। पोस्टर पर पोस्टर लग रहे थे लेकिन जिस दिन दुर्गेश पाठक का नाम घोषित हुआ, सभी के सभी भाग गए। भाजपा वालों ने सभा की और इनकी जमानत जब्त निकलकर आई। मैं एक बात मानता हूं कि आर-पी सिंह जी, दो साल से हारने के बावजूद वह गली-गली पहुंच रहे हैं।गोपाल राय ने कहा कि मैं पूरी जिम्मेदारी से कह रहा हूं कि यदि भाजपा के सर्वे में भाजपा हार नहीं रही होती तो आज यहां आदेश गुप्ता उम्मीदवार होते। लेकिन जब हार देखकर सभी भाग गए तो आज उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि क्या किए जाए। हमने पहले भी कहा कि दिल्लीवालों ने और राजेंद्र नगर वालों ने कांग्रेस का भी विधायक बनाया और भाजपा का भी विधायक बनाया। उसके बाद आम आदमी पार्टी का भी विधायक बना। अरविंद केजरीवाल जी भी कहते हैं कि भाजपा और कांग्रेस के कामों को तराजू के एक पलड़े पर रख देना और आम आदमी पार्टी के कामों को दूसरे पलड़े पर रख देना। अगर केजरीवाल का काम भारी पड़े तो इस उपचुनाव में इतना झाड़ू चलाना कि अरविंद केजरीवाल को भी लगे कि राजेंद्र नगर ने झाड़ू की लहर चलाई है।आप नेता ने कहा कि मैं चुनौती देता हूं कि भाजपा के बड़े-बड़े दिग्गज मैदान में उतरने वाले हैं। आओ इस मंच से बताओ कि जब दिल्ली में तुम्हारी सरकार थी तो तुमने कितना काम किया। कांग्रेस को भी ही चुनौती देना चाहता हूं। आम आदमी पार्टी को काम गिनाने के लिए नेताओं की जरूरत नहीं है। एक झुग्गी में रहने वाला व्यक्ति भी तुमसे ज्यादा केजरीवाल के काम गिना सकता है। यह चुनाव बहुत जरूरी है, अपने रिश्तेदारों को फोन लगाओ और कहो कि केजरीवाल को जिताना है इसलिए घर लौट के आओ। भाजपा वाले कह रहे हैं कि दुर्गेश पाठक की पदयात्रा में चाहे कितने लोग आएं, आम आदमी पार्टी की सभा में चाहे कितने भी लोग आएं, हम पैसेवाले हैं, 21 तारीख को पैसे देकर लोगों को खरीद लेंगे। भाजपाइयों वह जामना चला गया जब गरीब को पैसे देकर उनकी वोट खरीदते थे। हमारे साथ मुकाबले में आओ, तुम्हारा पैसा भी डूबेगा और तुम्हारी जमानत भी जब्त होगी।आपना काम कराना है, केजरीवाल को जिताना है’ का नारा लगाते हुए गोपाल राय ने कहा कि यह चुनाव अरविंद केजारीवाल या दुर्गेश पाठक का नहीं है। यह चुनाव हम सब का है। हमारे घर पर बिजली आती रहे, पानी आता रहे, बेहनों को यात्रा की सुविधा मिलती रहे, मोहल्ला क्लिनिक में दवाइयां मिलती रहें, इन सबका चुनाव है। जितना काम पिछले पिछले ढाई साल में हुआ है, अगले ढाई साल में उससे दुगना काम करने का रिकॉर्ड बनाना है। इसलिए आपसे कहना चाहता हूं कि 23 जून को रिकॉर्ड बनना चाहिए। घर-घर जाकर बताना है कि सुनो सबकी लेकिन करो अपने मन की। एक ही बात कह रहा हूं कि झाड़ू आजमाया हुआ है, बाकियों का पता नहीं। जब-जब झाड़ू चलती है, गंदगी साफ होती है। जाति-धर्म, पैसे-रुपयों से ऊपर उठकर 23 जून को आम आदमी पार्टी को वोट देना है। यदि थोड़ी भी गड़बड़ी हुई तो अगले ढ़ाई साल गड़बड़ हो जाएंगे।