नई दिल्ली- एफएमसीजी क्षेत्र के दिग्गज कंपनी कविनकेयर ने एबिलिटी फाउंडेशन के साथ भागीदारी में आज देश के 5 प्रतिभाशाली विकलांगो को सम्मानित किया है।वार्षिक पुरस्कार विभिन्न कार्यक्षेत्रों के विकलांगजनो की उत्कृष्ट उपलब्धियों की सराहना की। शहर में भव्य पुरस्कार समारोह पदाधिकारियों की उपस्थिति में हुआ। इस समारोह में आइजोल के एफाथा स्पेशल स्कूल फॉर द डेफ एण्ड हियरिंग इम्पेयर्ड के विद्यार्थियों ने मिजोरम का पारंपरिक चेरॉ और चीह लाम नृत्य प्रस्तुत किया।इस अवसर पर टिप्पणी करते हुए कविनकेयर के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सीके रंगनाथन ने कहा, ‘साल दर साल कविनकेयर एबिलिटी अवार्ड्स ने विकलांगजनो के उत्साह और मजबूती को सराहा है। हर साल उपलब्धिकर्ताओं ने दुनिया को चुनौतियों पर विजय पाने और बाधाओं को आसानी से तोड़ने की अपनी असाधारण क्षमता दिखाई है। पुरस्कार विजेताओं का चुनाव गीतकार और पटकथा लेखक मदन कार्की, साई यूनिवर्सिटी के चांसलर के.वी रमानी, फिल्मकार भारत बाला, टाटा कंसल्टेन्सी सर्विसेज के परिचालन प्रमुख सुरेश रमन और एलवी प्रसाद कॉलेज ऑफ मीडिया स्टडीज की भूतपूर्व एचओडी ऑफ डायरेक्शन लता मुरुगन शामिल थे । प्राप्तकर्ताओं का चयन प्रतिकूल परिस्थितियों से उबरने की उनकी क्षमता, उनकी उपलब्धियों में कठिनाई के स्तर और उनकी उपलब्धि की विशिष्टता के आधार पर किया गया था।इस अवसर पर एबिलिटी फाउंडेशन की संस्थापक एवं माननीय कार्यकारी निदेशक सुश्री जयश्री रविन्द्रन ने कहा, कविनकेयर एबिलिटी अवार्ड्स इस तथ्य के प्रमाण है कि विकलांगता क्षमता में बाधा नहीं बनती है। उल्लेखनीय लोगों की ताकत, प्रतिभा के साथ मिलकर हम एक अधिक समझदार, सहायक और समावेशी समाज का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार को तीन श्रेणियों में को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है: कविनकेयर एबिलिटी अवार्ड फॉर एमिनेन्स, कविनकेयर एबिलिटी मास्टरी अवार्ड्स और कविनकेयर एबिलिटी स्पेशल रिकॉग्निशन अवार्ड।कविनकेयर एबिलिटी स्पेशल रिकॉग्निशन अवार्ड, डॉ. केतना एल मेहता- मुंबई, महाराष्ट्र रीढ़ की हड्डी की चोट से प्रभावित लोगों के जीवन को बदलने में उनके योगदान के लिए, और साथ ही साहस की उनकी अदम्य भावना के लिए डॉ. केतना मेहता विकलांगता जगत में दुनिया में काफी प्रसिद्ध हैं ।कविनकेयर एबिलिटी अवार्ड फॉर एमिनेन्स विद्या वाय.- बेंगलुरु, कर्नाटक विद्या वाय. विशन एम्पावर की फाउंडर हैं, जोकि दृष्टिबाधित बच्चों को स्कूल में स्टेम शिक्षा लेने के लिये तैयार और प्रोत्साहित करता है। कविनकेयर एबिलिटी मास्टरी अवार्ड्स विनयना खुराना- नई दिल्ली विनयना खुराना एक लेखिका, कवियत्री, ब्लॉगर और शोध विद्वान हैं। उनके लेखन में प्रभावी संदेश होते हैं, जिनका लक्ष्य होता है रुढि़यों को हटाना और समावेशन निर्मित करना। विनयाना वर्तमान में एमफिल डिग्री की दिशा में काम कर रही हैं। ऐश्वर्या टी. वी.सिकंदराबाद, तेलंगाना ऐश्वर्या का बहुआयामी व्यक्तित्व वाली इंसान हैं। वह एक कलाकार, स्क्रिप्ट राइटर, कंसल्टेंट और उद्यमी हैं। चोंज़िन एंगमो- नई दिल्ली चोंज़िन की उपलब्धियाँ प्रभावित और प्रेरित करने वाली हैं। उनका जन्म हिमाचल प्रदेश के एक छोटे-से गांव में हुआ था और सिर्फ चार महीने की अवधि में धीरे-धीरे उनकी दृष्टि चली गई। घर से निकलकर स्कूल की पढ़ाई पूरी करने तक चुनौतियों से गुजरते हुए जब वह यूनिवर्सिटी पहुँचीं, तब उन्हें एक नई दुनिया मिली। इस दौरान उन्हें अक्सर चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी, तैराकी और मैराथन में पदक जीते और क्रिकेट, फुटबॉल भी खेला। उन्होंने सियाचिन ग्लेशियर के अलावा माउंट कनामो चोटी और माउंट कांग यात्से 2 पर चढ़ाई की। खेलों और पर्वतारोहण में उनकी महत्वाकांक्षा असीमित है। चोंज़िन ने हमेशा मुश्किल रास्ता चुना है, अपने जैसों को आत्मविश्वास देने और समाज को यह समझाने के लिये कि दृष्टिहीनता एक बाधा नहीं है का संदेश दिया है।