नई दिल्ली – स्कूल जानेवाले स्टूडेंट्स के लिए बना भारत का सबसे बड़े नॉलेज प्लैटफ़ॉर्म, माइंड वॉर्स, 20 लाख सब्सक्राइबर्स के पड़ाव के पार करते हुए अब देश भर के 3.5 करोड़ से भी अधिक स्टूडेंट्स तक पहुँच चुका है। ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज़ेज़ लिमिटेड का ब्रेनचाइल्ड और 2019 में शुरू किया गया माइंड वॉर्स अपनी तरह का ऐसा पहला मल्टीप्लैटफ़ॉर्म नॉलेज प्रोग्राम है जिसका उद्देश्य स्कूली बच्चों के लिए देश की सबसे बड़ी नॉलेज लाइब्रेरी बनाना है। यह एक ऐसा प्रोग्राम है जो अब तक सफलतापूर्वक सभी 28 राज्यों व 8 संघ-शासित प्रदेशों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है। माइंड वॉर्स के 2 लाख से भी अधिक कंटेंट पीस अब 12 अलग-अलग भाषाओं में उपलब्ध हैं और सभी राज्य व केंद्रीय बोर्ड इसे अपना चुके हैं।कई शोधकर्ताओं का यह मानना है कि क्विज़ के माध्यम से स्टूडेंट्स को एक मज़ेदार ढंग से ज्ञान मिलता है और उन्हें एक बेहतर प्रेरण मिलती है। क्विज़ के ज़रिए बच्चों को उनके बढ़ते हुए वर्षों में जानकारी को याद रख पाने में भी बहुत ज़्यादा मदद मिलती है। उनके ज़रिए बच्चों का दिमाग तेज़ होता है और वे इस प्रतियोगी माहौल के तैयार हो पाते हैं। इसीलिए क्विज़, क्लासरूम में होनेवाली पढ़ाई का एक बेहतरीन सप्लीमेंट भी कहे जा सकते हैं। माइंड वॉर्स के ऑफ़लाइन क्विज़ के माध्यम से स्टूडेंट्स, शिक्षकों और अभिभावकों को भी ज्ञान प्राप्ति के नए विकसित होते तरीकों का अंदाज़ा लगता है। इससे उन्हें यह भी अनुभूति है कि स्टूडेंट को पढ़ने का पारंपरिक तरीका किस प्रकार से बदल रहा है, क्योंकि इसके ज़रिए वे ऐसी अलग-अलग पद्धतियाँ देख पाते हैं जिन्हें बड़े पैमाने पर अपनाकर परीक्षाओं में स्टूडेंट्स की मदद की जा सकती है और जीत हासिल करने के अनवरत उत्साह को दर्शाने के साथ-साथ एक सुदृढ़ अकादमिक नींव भी तैयार की जा सकती है। इसकी बदौलत ही माइंड वॉर्स, देशभर के कुल 669 ज़िलों में से 92% स्टूडेंट्स की सहभागिता और उनके पंजीकरण की उपलब्धि को हासिल कर सका है। पिछले 2 वर्षों से सीख लेते हुए अभिभावकों, शिक्षकों और स्टूडेंट्स ने समान रूप से ही क्विज़ की ओर भी एक डिजिटाइज़्ड रवैया अपनाया है। इस प्रोग्राम ने ज्ञान पाने के इच्छुक बच्चों को जल्द सोच-विचार करने और निर्णय लेने में सक्षम बनाया है, जिससे 10000 स्कूलों से आगे बढ़ते हुए 28000 स्कूलों के शिक्षकों की ओर से प्रतिभागिता में तेज़ी देखने को मिली है।महामारी से पहले माइंड वॉर्स को स्कूलों में अपने ऑन-ग्राउंड क्विज़ के लिए पहचान मिली थी। अपनी उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए क्विज़ टीम ने एक मज़ेदार और खेल-भरे ढंग से सभी ऐक्टिविटीज़ को रीलॉन्च करने का निर्णय लिया। पूरी दिल्ली से कई स्कूलों ने ऑन-ग्राउंड इवेंट्स का अनुभव लिया जिसमें स्टूडेंट्स और टीचर्स, दोनों ने ही बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। द ब्रिलिएंट कॉन्वेंट सीनियर सेकेन्डरी स्कूल, उत्तर-पश्चिमी दिल्ली का राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार का गवर्मेंट गर्ल्स सीनियर सेकेन्डरी स्कूल ऐसे कुछ स्कूल हैं जहां से सबसे अधिक संख्या में लोगों ने इन क्विज़ में भाग लेने का उत्साह दिखाया है। वाइस प्रेसिडेंट श्री उमेश कुमार बंसल ने इस मौके पर कहा कि, मुझे खुशी है कि माइंड वॉर्स में हमारी टीम को ऐसी बुनियादी पहलों पर शिक्षक व विद्यार्थी, दोनों ही समुदायों से एक ज़बर्दस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही ह। आज बच्चों को उन एक्स्ट्रा-करिकुलर ऐक्टिविटीज़ और ग्रुप इंटरैक्शंस की कमी महसूस हो रही है जो आमतौर पर वे सामान्य परिस्थितियों में किया करते थे। डिबेट चैम्पियनशिप जैसी पहल के ज़रिए हमारा लक्ष्य बच्चों को ज्ञान-आधारित विकल्पों से सशक्त करने का है, ताकि वे बुनियादी तौर पर सशक्त बनकर जीवन की किसी भी परिस्थिति का डटकर सामना कर सकें।