चेन्नई – तमिलनाडु के विलुप्पुरम में अंबु जोति आश्रम मेंटल केयर सेंटर में कथित यातना, दुष्कर्म और दुर्व्यवहार की जांच कर रही राज्य पुलिस की सीबी-सीआईडी ने तस्करी और अवैध अंग प्रत्यारोपण की चिंताओं के बीच वहां से लापता लोगों की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। तमिलनाडु के विलुप्पुरम में सेंटर तब सुर्खियों में आया था, जब सरकारी अधिकारियों ने आश्रम में छापे मारे और कैदियों को प्रताड़ित करने और दुर्व्यवहार की शिकायतों के बाद इसे बंद कर दिया। केरल के रहने वाले जुबिन बेबी और उनकी पत्नी मारिया द्वारा चलाए जा रहे मेंटल केयर होम में दुष्कर्म और वहां से मानव तस्करी की शिकायतें मिली हैं। अंबु जोति आश्रम की जांच तब सामने आई, जब हालीदीन ने अपने 70 वर्षीय रिश्तेदार जफिरुल्लाह को आश्रम से गायब पाकर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की। बाद की पुलिस जांच में पाया गया कि 70 वर्षीय इस व्यक्ति को बेंगलुरु में एक अन्य घर, होप ऑफ होम में स्थानांतरित कर दिया गया था।आश्रम के मालिक मानसिक बीमारी से गुजर रहे लोगों को अन्य आश्रमों जैसे होम ऑफ होप, केरल के कासरगोड में स्नेहालय चैरिटेबल ट्रस्ट, राजस्थान में अपना घर आश्रम, तमिलनाडु के वनियामबाडी में करुणई इल्लम और विलुप्पुरम में सेंट जोसेफ धर्मशाला में स्थानांतरित करते थे। पुलिस ने जांच में पाया कि 15 निवासी बेंगलुरु के होम ऑफ होप से गायब थे, जब उन्हें अंबु जोति आश्रम से वहां स्थानांतरित किया गया था। ऐसी खबरें थीं कि जफीरुल्लाह इन 15 में से एक थे। आश्रम मालिकों के खिलाफ अंतर्राज्यीय मानव तस्करी और मानव अंग व्यापार का भी मुद्दा उठाया जा रहा है। मामले के एक आरोपी बीजू मोहन ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा कि वह गलियों में आवारा घूमने वाले लोगों को बहला फुसलाकर उन्हें आश्रम में लाता था जहां उनके सिर मुंडवाए जाते थे और उन्हें अन्य घरों में ले जाया जाता था। उसने पुलिस को यह भी बताया कि जुबिन बेबी आश्रम में दो बंदरों को उन पर छोड़ कर कैदियों को डराता था। छापेमारी के दौरान वन विभाग ने बंदरों को पकड़ा है।आश्रम की दो महिलाओं ने जुबिन के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत की है और इस पर केदार पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। विपक्षी भाजपा और अन्नाद्रमुक पहले ही इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर चुकी हैं, क्योंकि इसमें अंतर्राज्यीय संबंध और मानव तस्करी और अंगों के व्यापार का संदेह है।आश्रम से नशीले पदार्थो की उपस्थिति की भी अब सीबी-सीआईडी द्वारा जांच की जा रही है।अधिक शिकायतें आने के साथ,सीबी-सीआईडी इस बात की स्पष्ट तस्वीर सामने लाने के लिए कड़ी में शामिल हो रही है कि अंबु ज्योति आश्रम से मानव तस्करी और मानव अंगों की बिक्री हुई है या नहीं,और यह आने वाले दिनों में स्पष्ट हो जाएगा।