नई दिल्ली- तृणमूल कांग्रेस की नेता और लोकसभा सांसद नुसरत जहां आज कोलकाता के प्रवर्तन निदेशाल  के सामने पूछताछ के लिए पेश हुईं. नुसरत जहां ने 7 सेंस इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी  के खिलाफ मामले में अपना बयान दर्ज किया. उन्हें बीते सप्ताह केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था. इस कंपनी में वे 2017 तक निदेशक पद पर थीं. नुसरत जहां को कंपनी से संबंधों को लेकर बुलाया गया था. कंपनी पर फ्लैट बेचने का वादा कर लोगों से करोड़ों रुपये ठगने का आरोप है. ईडी के पास दर्ज शिकायत के अनुसार, कंपनी ने शहर के न्यू टाउन इलाके में गलत तरीके से अपार्टमेंट बेचने के वादे के साथ 400 से अधिक लोगों से 5.5 लाख रुपये की ठगी की. हालांकि बशीरहाट से सांसद नुसरत जहां ने कंपनी के लेनदेन में शामिल होने के आरोपों से पूरी तरह से इनकार कर दिया है. नुसरत ने मई 2017 का हवाला देकर कहा कि उन्होंने कंपनी से लिया कर्ज ब्याज सहित चुका दिया. इसके बाद से उनका कंपनी से किसी तरह के संबंध नहीं हैं. उन्होंने केंद्र सरकार पर तृणमूल के नेताओं को निशाना बनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.इससे पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी मीडिया ट्रायल के खिलाफ नुसरत जहां की चेतावनी का समर्थन किया था. उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं पर मीडिया ट्रायल क्यों हो रहा है. पहले सच तो साबित होने दीजिए.दूसरी ओर भाजपा का कहना है कि नुसरत जहां को लोगों से किए धोखे की सजा जरूर मिलेगी.