नई दिल्ली – कैटेलिस्ट मैनेजमेंट सर्विसेज डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में कैटेलाइजिंग सोशल इम्पैक्ट 2024 के दूसरे संस्करण का सफलतापूर्वक समापन किया। इस दो दिवसीय पावरहाउस फोरम में 300 से ज्यादा नागरिक समाज संगठन, सामाजिक प्रभाव निवेशक, सरकारी अधिकारी, नीति निर्माता और सामाजिक उद्यमी शामिल हुए। इसका उद्देश्य महत्वपूर्ण सामाजिक चुनौतियों के लिए नए समाधानों को खोजना था।इस कार्यक्रम के दौरान भारत मौसम विज्ञान विभाग और द कैटेलिस्ट ग्रुप के तहत एक गैर-लाभकारी संस्था स्वस्ति, द हेल्थ कैटेलिस्ट के बीच एक समझौते पत्र पर हस्ताक्षर भी किए गए। इसके तहत विभिन्न कमजोर समुदायों के लिए खराब मौसम के कारण होने वाली दुर्घटनाओं एवं बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने का प्रयास किया जाएगा। दोनों संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों ने कैटेलाइजिंग सोशल इम्पैक्ट 2024 में मौसम और रोग ट्रैकर प्रोटोटाइप भी लॉन्च किया।इस आयोजन में कैटेलाइजिंग मैनेजमेंट सर्विसेज द्वारा सामाजिक सुरक्षा गठबंधन का भी शुभारंभ किया गया। यह महत्वाकांक्षी पहल भारत में सोशल प्रोटेक्शन कवरेज में गंभीर अंतर जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करती है। देश के सबसे कमजोर समुदायों तक सामाजिक सुरक्षा का विस्तार करने के लिए समर्पित इस गठबंधन के लॉन्च में लगभग 117 संगठन शामिल हुए।दो दिवसीय आयोजन के दौरान, कई अन्य पहल भी शुरू की गईं। इनमें कैटेलाइजिंग 2030 नेटवर्क के तत्वावधान में इंडिया हेल्थ कोलैबोरेटिव शामिल है, जो बड़े पैमाने पर कमजोर लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा को सुलभ, किफायती और गुणवत्तापूर्ण बनाने पर केंद्रित है। इसके साथ ही मीनिंगफुल बिजनेस 100 इंडिया चैप्टर का शुभारंभ भी किया गया, जिसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों से जुड़ी कंपनियों और पहलों को आगे बढ़ाने वाले बिजनेस लीडर्स की पहचान करना और उन्हें आगे बढ़ाना है।इसके अतिरिक्त, टाटा स्टील फाउंडेशन ने कैटेलाइजिंग सोशल इम्पैक्ट 2024 के सहयोग से एक ‘ह्यूमन लाइब्रेरी’ की स्थापना की। ह्यूमन लाइब्रेरी किताबों का संग्रह नहीं था, बल्कि असाधारण जीवन का जीवंत संग्रह था – ऐसे लोगों का संग्रह जिन्होंने अपने समुदायों में बहुत बड़ा प्रभाव डाला है और अभी भी सक्रिय रूप से कार्यरत है। इस सेटअप में, आठ लोग खुली किताबें बन गए और उन्होंने विभिन्न प्रतिकूलताओं के बावजूद अपनी सफलता की दास्तान सुनाई।भारतीय ग्रामीण सेवाओं को 25 वर्षों की समर्पित सेवा के लिए सर्वश्रेष्ठ सामाजिक प्रभाव संगठन पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जबकि ‘बज़ वुमन’ को 600,000 महिलाओं को सशक्त बनाने में उनके उल्लेखनीय प्रयासों के लिए एक विशेष जूरी मेंशन’ प्राप्त हुआ।