नई दिल्ली – विश्वस्तरीय टेक्नोलॉजी लीडर लेनोवो ने आज भारत में हाई-परफोर्मेन्स एआई सर्वर मैनुफैक्चरिंग की शुरूआत तथा लेनोवो इन्फ्रास्ट्रक्चर के आधुनिकीकरण के लिए आधुनिक आर एण्ड डी लैब के उद्घाटन की घोषणा की है। यह दोहरी उपलब्धि टेक इनोवेशन एवं मैनुफैक्चरिंग के हब के रूप में लेनोवो की प्रतिबद्धता को मजबूत बनाती है, जो सरकार के दृष्टिकोण ‘मेड इन इंडिया’ और ‘एआई फॉर ऑल’ के अनुरूप है। लेनोवो ने तकरीबन दो दशक पहले भारत में मैनुफैक्चरिंग शुरू की तथा 10 साल पहले मोटोरोला के लिए आर एण्ड डी की शुरूआत की। पिछले कुछ महीनों में लेनोवो ने भारत में तीन बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। ग्लोबल शेयर्ड सपोर्ट सेंटर का उद्घाटन तथा मेड-इन-इंडिया मदरबोर्ड्स के साथ पीएमए-कम्प्लायन्ट पीसी का लॉन्च। आज की घोषणा लेनोवो के कई मिलियन डॉलर की निवेश योजनाओं का अगला चरण है, जिसमें एआई सर्वर मैनुफैक्चरिंग और नई इन्फ्रास्ट्रक्चर आर एण्ड डी लैब शामिल है। जो हाई-टेक्नोलॉजी स्किल डोमेन में हज़ारों आर्थिक अवसर उत्पन्न कर भारत के लिए लेनोवो की प्रतिबद्धता को और मजबूत बनाती है। भारत में एआई सर्वर मैनुफैक्चरिंग में अग्रणी, लेनोवो ने भारत में एआई सर्वर बनाना शुरू कर दिया है, जो टेक उद्योग में बड़ा कदम है। लेनोवो की पुडुचैरी युनिट में प्रोडक्शन लाईन 2005 से संचालित हो रही है, जो अब एआई वर्कलोड्स के लिए एंटरप्राइज़ एआई और जीपीयू सर्वर बनाएगी। लेनोवो के आधुनिक 8-वे जीपीयू आर्कीटेक्चर से युक्त ये सर्वर एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करेंगे, जिसमें से 60 फीसदी उत्पादन एशिया-पेसिफिक क्षेत्र में निर्यात के लिए किया जाएगा। सालाना लगभग 50,000 एंटरप्राइज़ एआई रैक सर्वर्स और 2400 हाई-एंड जीपीयू युनिट्स की उत्पादन क्षमता के साथ, लेनोवो अपनी आपूर्ति श्रृंखला को सुपर-चार्ज करने जा रही है। जो न सिर्फ डोमेस्टिक ज़रूरतों को पूरा करने बल्कि विदेशी मार्केट्स में विस्तार में भी सक्षम होगी। अमर बाबू, प्रेज़ीडेन्ट- एशिया पेसिफिक, लेनोवो ने कहा। हम अपने विश्वस्तरीय मैनुफैक्चरिंग फुटप्रिन्ट को बढ़ाकर इनोवेशन हब के रूप में भारत के विकास को गति प्रदान करने तथा भारतीय प्रतिभा की क्षमता का लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पुडुचैरी प्लांट लेनोवो के पोर्टफोलियो में से पांच प्रमुख उत्पादन करेगा- जिसमें तीन रैक माउंटेड एंटरप्राइज़ एआई सर्वर और दो प्रमुख 8-वे जीपीयू सर्वर शामिल हैं। ग्लोबल इनोवेशन का हब अपना मैनुफैक्चरिंग फुटप्रिन्ट बढ़ाने के लिए लेनोवो ने बैंगलुरू, भारत में नई इन्फ्रास्ट्रक्चर आर एण्ड डी लैब का लॉन्च किया है, और 18 मौजूदा आर एण्ड डी लैब्स के विश्वस्तरीय नेटवर्क को मजबूत बना लिया है। बैंगलुरू की यह आर एण्ड डी युनिट दुनिया भर की चार क्रिटिकल लैब्स में से एक है, जो मोरिस्विले, बीजिंग और तैपेई में इन्फ्रास्ट्रक्चर सोल्युशन्स, जॉइनिंग सर्वर डिज़ाइन और डेवलपमेंट सेंटरों के लिए समर्पित है। हम स्थायीय प्रतिभा के विकास और भारत की टेक इकोनोमी को समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। शैलेन्द्र कटयाल, मैनेजिंग डायरेक्टर, लेनोवो इंडिया ने कहा। भारत में एआई सर्वर मैनुफैक्चरिंग की घोषणा के साथ हमने लेनोवो की मेड-इन-इंडिया पॉकेट-टू-क्लाउड टेक्नेलॉजी को दुनिया के लिए सुलभ बनाया है। इन्फ्रास्ट्रक्चर आर एण्ड डी लैब, नेक्स्ट-जनरेशन मेनस्ट्रीम सर्वर्स की डिज़ाइनिंग और विकास पर फोकस करेगी और ‘दुनिया के लिए भारत में आर एण्ड डी’ के लिए लेनोवो के समर्पण की पुष्टि करती है। इस लैब में सभी भावी मेनस्ट्रीम सर्वर डिज़ाइन, डेवलपमेन्ट और नई तकनीकी पहलें की जाएंगी, जो भारत में आर एण्ड डी को बढ़ावा देकर लेनोवो की विश्वस्तरीय आर एण्ड डी पहलों में योगदान देगी। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 23-24 में विश्वस्तरीय आर एण्ड डी पर खर्च को बढ़ाकर 2.3 बिलियन डॉलर किया है। वित्तीय वर्ष 23-24 के दौरान लेनोवो ने सात मिलियन से अधिक डिवाइसेज़ बनाईं, और अपनी मैनुफैक्चरिंग एवं आर एण्ड डी क्षमता का विस्तार जारी रखे हुए है। अमित लूथरा, मैनेजिंग डायरेक्टर, लेनोवो आईएसजी इंडिया ने कहा। हम न सिर्फ लेनोवो के लिए भारत को ग्लोबल इनोवेशन हब के रूप में विकसित करने के लिए विकास की संभावनाओं को लेकर बेहद उत्साहित हैं। भारत में एआई सर्वर मैनुफैक्चरिंग और इन्फ्रास्ट्रक्चर आर एण्ड डी लैब में लेनोवो का निवेश इंटेलीजेन्ट ट्रांसफोर्मेशन के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।