नई दिल्‍ली – इंडिया एक्सिम फिनसर्व और वोलोफिन के बीच हुई साझेदारी का मुख्य उद्देश्य छोटे और मंझोले (MSME) निर्यातकों को वित्तीय मदद पहुंचाना है। इस साझेदारी के तहत, वोलोफिन के तकनीकी प्लेटफॉर्म के माध्यम से एसएमई निर्यातकों को उनके बकाया बिलों पर जल्दी कामकाजी पूंजी मिलेगी। यह साझेदारी उन्हें बेहतर तरीके से अपनी ज़रूरतों को पूरा करने और बिना किसी रुकावट के व्यापार को चलाने में मदद करेगी, खासकर जब खरीदारों से भुगतान में देरी होती है। इस तरह से MSME निर्यातक अपने कामकाजी पूंजी के लिए बकाया बिलों का उपयोग कर सकेंगे और अपने कारोबार को बिना किसी परेशानी के आगे बढ़ा सकेंगे।यह साझेदारी MSME निर्यातकों के लिए खास तौर पर बनाई गई है, जो अपने बकाया भुगतान के कारण वित्तीय दबाव महसूस करते हैं। वोलोफिन का डिजिटल प्लेटफॉर्म उन्हें बिना किसी पारंपरिक संपत्ति के वित्तीय मदद प्रदान करता है, जिससे उनका कामकाजी पूंजी का संकट दूर होता है। इस प्रक्रिया से समय की बचत होती है और MSME को अपनी व्यापारिक गतिविधियों को तेज़ी से बढ़ाने का मौका मिलता है।इंडिया एक्सिम फिनसर्व और वोलोफिन की यह साझेदारी भारतीय निर्यातकों को वैश्विक बाजारों में आसानी से प्रवेश करने का अवसर देगी। वोलोफिन का प्लेटफॉर्म निर्यातकों को उनके बकाया बिलों के आधार पर तुरंत पूंजी प्रदान करेगा, जिससे उन्हें बड़े ऑर्डर पूरे करने और भुगतान के चक्र को बेहतर ढंग से संभालने में मदद मिलेगी।इस साझेदारी का भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी बड़ा प्रभाव पड़ेगा। छोटे और मंझोले निर्यातकों को आसानी से वित्तीय सहायता मिलने से निर्यात क्षेत्र का विकास होगा, जिससे भारत के व्यापार को और मजबूती मिलेगी। इससे न सिर्फ नई नौकरियां पैदा होंगी, बल्कि भारत की वैश्विक व्यापार में स्थिति भी बेहतर होगी।