नई दिल्ली- श्रीराम सर आजकल राजधानी दिल्ली में आए हुए हैं। वे इस बार लंबे अंतराल के बाद दिल्ली वालों से मिल रहे हैं। एक दौर में वे अपने दिल्ली प्रवास के दौरान भारत के तत्कालीन राष्ट्रपतियों क्रमश: डॉ.शंकर दयाल शर्मा, डॉ. के.आर. नारायणन और प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर आम और खास लोगों से मिलते। वे आजकाल राजधानी में एक बुक लॉच के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए हैं। किताब का नाम है ‘दि सेक्रेड बुक आफ डिवाइन गाइडेंस’। इसमें श्रीराम सर की चर्चा की गई है कि वे किस तरह से दुनिया भर में लोगों का जीवन बदल रहे हैं, लोगों को प्रेरित कर रहे हैं, निष्क्रिय लोगों को प्रेरित कर रहे हैं और टूटे हुए दिलों को जोड़ रहे हैं। उनकी कार्यशालाओं “आई ऑन आई”,”सेलिब्रेशन ऑफ लाइफ” या “जर्नी इनटू जॉय” के दौरान हजारों लोग एकत्र होते हैं। श्रीराम सर देश के दक्षिणी राज्यों और विदेशों में मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में अपनी अलग तरह की पहचान बना चुके हैं। दरअसल मोटिनेशनल स्पीकर कई तरह के होते हैं, और लोग अलग-अलग कारणों से उनसे प्रभावित होते हैं। श्रीराम सर अपनी व्यक्तिगत कहानियों या दूसरों की कहानियों के माध्यम से अपने पाठकों और श्रोताओं को प्रेरणा देते हैं। वे संघर्षों, चुनौतियों, और सफलताओं की बात करते हैं जो श्रोताओं को भावनात्मक रूप से जोड़ती हैं। नरेन्द्रादित्य कोमारगिरी कहते हैं कि लोग श्रीराम सर से इसलिए प्रभावित होते हैं क्योंकि ये कहानियां वास्तविक और विश्वसनीय लगती हैं। श्रोता अपने जीवन में भी ऐसी ही परिस्थितियों से गुजर रहे होते हैं और इन कहानियों से उन्हें उम्मीद और साहस मिलता है। अमेरिका और यूरोप में काम करने वाले हजारों आई.टी. पेशेवर श्रीराम सर की किताबों के पाठक हैं। श्रीराम सर कहते हैं कि वे मोटिवेशनल भाषणों में सकारात्मक सोच, कृतज्ञता, और आशावाद पर जोर देते हैं। मैं अपने श्रोताओं को प्रेरित करता हूं कि वे अपनी चुनौतियों का सामना सकारात्मकता के साथ करें।

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