नई दिल्ली – Aster Volunteers, जो Aster DM हेल्थकेयर का ग्लोबल CSR (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) संगठन है, ने श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर के अलावा कर्नाटक के कलबुर्गी में वंचित जनसंख्या को मुफ्त चिकित्सा सेवाएँ देने के लिए दो IoT-संवर्धित मोबाइल मेडिकल क्लीनिक और टेली-मेडिसिन सेवाओं को लॉन्च किया। इसके साथ ही Aster Volunteers के मोबाइल क्लिनिक्स की कुल संख्या 50 हो गई है। यूनिट्स का उद्घाटन भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने किया। इस अवसर पर Aster DM हेल्थकेयर की प्रबंध निदेशक और ग्रुप CEO अलीशा मूपेन, Aster DM हेल्थकेयर लिमिटेड के निदेशक श्री अनुप मूपेन और Aster DM हेल्थकेयर लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक और ग्रुप हेड – कॉर्पोरेट गवर्नेंस श्री टीजे विल्सन भी मौजूद थे। इस पहल को देश के ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुँचाने में सहायता करने के लिए, भारतीय लॉन टेनिस संघ के उपाध्यक्ष और दिल्ली में मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के अध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह तोमर स्वेच्छा से सहमत हुए हैं। यह लॉन्च Aster Volunteers की एक ज़रूरी पहल का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य उत्तर भारत और उसकी सीमा पर रहने वाले समुदाय तक चिकित्सा देखभाल की पहुँच को बेहतर बनाना है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर, भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने कहा, “इन मोबाइल मेडिकल क्लिनिक्स की शुरुआत एक ज़रूरी पहल है, जो वंचित आबादी के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच को बढ़ाने के लिए एक ज़रूरी कदम है, जो इस समय की ज़रूरत है। यह पहल सिर्फ़ ज़रूरी चिकित्सा सेवाएँ देने में नहीं, बल्कि हमारे देश और उसके बाहर स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा देने के व्यापक लक्ष्य को पूरा करने में भी प्रभावी साबित हो रही है। टेक्नोलॉजी और मोबिलिटी का एक साथ इस्तेमाल, सबसे दूर-दराज के स्थानों में भी उच्च गुणवत्ता वाली देखभाल प्रदान करना सराहनीय है। मैं Aster Volunteers की दृष्टि और समर्पण की सराहना करता हूँ, जो इस कोशिश में रत हैं, और यह दया और जिम्मेदारी की मूल्यों को दर्शाता है।डॉ. आज़ाद मूपेन, फाउंडर और अध्यक्ष, Aster DM हेल्थकेयर ने कहा, “इस पहल के ज़रिए, हम एडवांस तकनीकों और पहले से चले आ रहे सबसे अच्छे तरीकों का इस्तेमाल करके वंचित समुदायों को सुलभ स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। नए मोबाइल क्लीनिक्स को लॉन्च करके, व्यक्तियों को सशक्त बनाने और समुदायों को बदलने के हमारे मिशन में एक अहम कदम है। इस रास्ते में आगे बढ़ते हुए, हमारा लक्ष्य उत्तर भारत में अपनी पहुँच को और ज़्यादा बढ़ाना है, ताकि निचले स्तर पर रहने वाली आबादी को ज़्यादा बेहतरीन तरीके से सेवा दी जा सके।