नई दिल्ली – डॉक्टर बनने के लिए हर अभियार्थी का सपना होता है MBBS में किसी अच्छे मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिलना, किन्तु यह पाने का प्रथम चरण होता है NEET UG नीट एग्जाम को पास करना NEET-UG 2025 की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए यह समय अत्यंत महत्वपूर्ण है। डायरेक्टर हरप्रीत सिंह ने बताया कि अनअकादमी, परीक्षा की तारीख और नवीनतम बदलावों को ध्यान में रखते हुए, एक सटीक रणनीति अपनाना आवश्यक है। कैसे करें प्रभावी रिवीजन? सिलेबस और परीक्षा पैटर्न : अभियार्थी इस परीक्षा में सफल होना चाहते हैं तो परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले आपको इसके बदलते पैटर्न और सिलेबस की पूरी जानकारी जुटा लेनी चाहिए। NEET के लगातार बदल रहे pattern में तो यह जानना अत्यंत आवश्यक हो जाता है। नोट्स: नीट एग्जाम में अभी पुरे २ महीने बचे हैं, जिसमे अभियार्थी Revision करते हुए महत्वपूर्ण सूत्र, अवधारणाएँ और परिभाषाओं को छोटे-छोटे नोट्स में संकलित करें, ये पॉइंटर नोट्स न केवल अभी अपितु परीक्षा के एक दिन पहले भी Quick Revision में काम आएंगे। टॉपिक-वाइज रिवीजन करें: कमजोर विषयों पर अधिक ध्यान दें और महत्वपूर्ण टॉपिक्स की बार-बार रिवीजन करें। डेली रिवीजन टाइम टेबल बनाएं: प्रतिदिन कम से कम 3-4 घंटे पुराने टॉपिक्स को दोहराने के लिए निर्धारित करें। अधिकतर अभियार्थी जो 12th की परीक्षा दे रहे हैं, उन्हें सबसे पहले अपनी बोर्ड की एग्जाम पे फोकस करना चाहिए, जिससे अभियार्थी का ध्यान एक जगह केंद्रित हो सके। फ्लो चार्ट और माइंड मैप्स का प्रयोग करें: इससे जटिल विषयों को सरल और प्रभावी तरीके से याद रखा जा सकता है। मॉक टेस्ट देने और फीडबैक के महत्व को समझें मॉक टेस्ट: साप्ताहिक और दैनिक टेस्ट दें, इससे परीक्षा पैटर्न और समय प्रबंधन में मदद मिलेगी।UNACADEMY लाजपत नगर पर Open Mock Test का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही, छात्रों को One-to-One फीडबैक और मेंटॉरशिप का लाभ मिलेगा। यह छात्रों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने और परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए शानदार अवसर है। रियल टाइम परीक्षा का अनुभव लें: कोशिश करें मॉक टेस्ट को हमेशा वास्तविक परीक्षा जैसे महौल में ही दें,बताया कि लाजपत नगर सेंटर में नीट अभ्यर्थियों के टेस्ट हमेशा दोपहर 2:00 से 5:00 के बीच लिए जाते हैं, जिससे अभियार्थी को कभी मुख्य परीक्षा में नींद का सामना न करना पड़े। मॉक टेस्ट को वास्तविक परीक्षा की तरह गंभीरता से लें ताकि परीक्षा के समय दबाव महसूस न हो।फीडबैक : त्रुटियों का विश्लेषण करें, प्रत्येक मॉक टेस्ट के बाद अपनी गलतियों को पहचानें व् अपने मेंटर/टीचर के साथ बैठ अपनी गलतियों का विश्लेषण कर उन्हें सुधारें। यह प्रक्रिया एक ऐसी जादुई चाबी है, जो अभियार्थी के सफलता का ताला आसानी से खोल सकती है। समय प्रबंधन सीखें: इस वर्ष परीक्षा में प्रश्नों की कुल संख्या एवं समय सीमा में बदलाव किया गया है, अभियार्थी कठिन प्रश्नों पर अधिक समय न गंवाएं और आसान प्रश्नों को पहले हल करें, ताकि परीक्षा के समय दबाव महसूस न हो। महत्वपूर्ण तिथियाँ: नीट 2025 परीक्षा से जुड़ी जानकारी वेबसाइट : https://neet.nta.nic.in/ अंतिम तिथि फॉर्म भरने की: 7th मार्च , एडमिट कार्ड जारी होने की तिथि: 1st मई .परीक्षा की तिथि: 4th मई ,परिणाम जारी होने की तिथि: 14th जून ,इस वर्ष परीक्षा पैटर्न में क्या बदलाव हुए हैं? प्रश्नों की संख्या एवं समय सीमा परिवर्तन: इस वर्ष परीक्षा में प्रश्नों की कुल संख्या 180 MCQ रहेगी, सभी सवालों का जवाब देने के लिए 180 मिनट (3 घंटे) का समय मिलेगा। नकारात्मक अंकन (Negative Marking): परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न 4 अंक का होगा एवं परीक्षा में गलत उत्तर देने पर एक अंक काटा जाएगा.निष्कर्ष.हरप्रीत सर,जिन्होंने अपने पिछले २२ वर्षो के शैक्षणिक अनुभव से बताया की,NEET 2025 की सफलता के लिए अनुशासन, रणनीति और निरंतर अभ्यास आवश्यक है। सही रिवीजन तकनीक, मॉक टेस्ट का सही इस्तेमाल और परीक्षा के दिन धैर्य एवं आत्मविश्वास बनाए रखना ही सफलता की कुंजी है। सभी NEET अभ्यर्थियों को परीक्षा के लिए शुभकामनाएँ!

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