नई दिल्ली – इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के ऑडिटोरियम में परिवर्तन स्पेशल स्कूल द्वारा आयोजित सूर्योदय 23वें एनुअल डे धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसे PORDAC NGO के संस्थापक मंजीर गुप्ता और अतिथियों द्वारा किया गया। दीप प्रज्वलन के अवसर पर जयती चटर्जी (निर्देशक, डीएमआई फाइनेंस), बीना (निर्देशक, डीएमआई फाइनेंस), राजनीश सिंह (सीईओ, सिम्पली एचआर), बिंदु (सदस्य, रोटरी साउथ एंड), निधि (सीनियर एग्जीक्यूटिव, प्रेमास लैब्स), और धर्मेन्द्र (मार्केटिंग हेड, इंडियन ऑयल लिमिटेड) ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को सम्मानित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में इंडियन ऑयल लिमिटेड का योगदान विशेष रूप से सराहनीय रहा। इस कार्यक्रम में स्पेशल बच्चों ने अपनी कला, संगीत और अभिनय के जरिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। यह कार्यक्रम इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा प्रायोजित था, जिसके सहयोग से यह संभव हो सका। PORDAC का मिशन यही है कि स्पेशली एबिल्ड बच्चों को वह मंच मिले, जहाँ वे अपनी प्रतिभा को दुनिया के सामने ला सकें। इस मंच के माध्यम से इन बच्चों ने यह सिद्ध कर दिया कि वे टैलेंट के बल पर बड़ी से बड़ी चुनौतियों को पार कर सकते हैं। उनके नृत्य, संगीत और नाटक में न केवल कला की खूबसूरती थी, बल्कि यह दर्शाया गया कि ये स्पेशल एबल्ड बच्चे किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए सक्षम हैं।इस कार्यक्रम के जरिए हम यह संदेश देना चाहते हैं कि समाज में इन बच्चों को बराबरी के दृष्टिकोण से देखा जाए, बल्कि उन्हें अपनी पूरी क्षमता दिखाने और अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए मौके दिए जाएं। यदि इन्हें अवसर मिले, तो ये बच्चे अपनी मेहनत से कामयाब हो सकते हैं और सफलता की नई ऊँचाइयों को छू सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में इन बच्चों और उनके शिक्षकों को पुरस्कार और उपहारों से सम्मानित किया गया। यह सर्टिफिकेट देकर सम्मान केवल उनकी कला और मेहनत का प्रतीक था, बल्कि यह एक प्रेरणा भी है कि किसी भी परिस्थिति में यदि विश्वास और मेहनत हो तो हर बच्चा नार्मल है। हमें इस प्रेरणा से जीवन में आगे बढ़ने की शक्ति प्राप्त होनी चाहिए, और इस तरह के कार्यक्रम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।