नई दिल्ली – देशभर में सुरक्षित वाहन चलाने की आदतों को बढ़ावा देने के अपने सतत प्रयासों के तहत, होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (HMSI) ने नई दिल्ली स्थित के.आर. मंगलम वर्ल्ड स्कूल में एक इंटरैक्टिव सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान का आयोजन किया। इस पहल में 2100 से अधिक छात्रों और स्कूल स्टाफ ने सक्रिय रूप से भाग लिया। अभियान का उद्देश्य युवा सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए सड़क सुरक्षा शिक्षा को अधिक सुलभ, व्यावहारिक और उनके जीवन से जुड़ा बनाना था। युवाओं से जुड़ाव का लक्ष्य एक व्यापक प्रभाव उत्पन्न करना है, जिससे उनके परिवार और समुदाय भी सुरक्षित सवारी के तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित हों। इस अभियान को विशेष रूप से रोजमर्रा के यातायात परिदृश्यों को लेकर युवाओं में जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया था। इस दौरान खतरे की पूर्वानुमान प्रशिक्षण, क्विज़, खेल, हेलमेट जागरूकता गतिविधियाँ और अन्य संवादात्मक सत्रों का आयोजन किया गया। इन गतिविधियों ने प्रतिभागियों को सड़क पर अपनी जिम्मेदारी को समझने, सड़क सुरक्षा के मूल सिद्धांतों को आत्मसात करने और उन्हें अपने व्यवहार में लागू करने के लिए प्रेरित किया। के.आर. मंगलम वर्ल्ड स्कूल की टीम ने इस अभियान के प्रभावी समन्वय में सक्रिय सहयोग प्रदान किया। छात्रों और स्टाफ के उत्साह एवं भागीदारी ने इस पहल को और अधिक प्रभावशाली बनाया, जिससे यह जागरूकता व्यापक समुदाय तक पहुंच सकी। HMSI देशभर में स्कूलों और कॉलेजों के माध्यम से सीधे युवाओं से जुड़कर अपने सड़क सुरक्षा अभियानों का विस्तार कर रहा है। नई दिल्ली में आयोजित यह अभियान देशभर में चल रहे कई अभियानों में से एक है। कंपनी का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को सड़क सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देकर उन्हें सशक्त बनाना है ताकि सड़क सुरक्षा एक साझी जिम्मेदारी बन सके।
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया की सड़क सुरक्षा के प्रति सीएसआर प्रतिबद्धता होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (HMSI) अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के तहत सड़क सुरक्षा को लेकर दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। वर्ष 2021 में होंडा ने वर्ष 2050 के लिए अपनी वैश्विक दृष्टि की घोषणा की, जिसका लक्ष्य है – होंडा की मोटरसाइकिलों और ऑटोमोबाइल्स से जुड़ी शून्य सड़क दुर्घटना मृत्यु दर को प्राप्त करना। भारत में HMSI इस वैश्विक लक्ष्य के अनुरूप कार्य कर रही है और भारत सरकार के 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को आधा करने के संकल्प के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही है। इस लक्ष्य की प्राप्ति का एक महत्वपूर्ण पहलू है बच्चों और युवाओं में सड़क सुरक्षा के प्रति सकारात्मक मानसिकता का विकास, विशेष रूप से वर्ष 2030 तक और उसके बाद भी शिक्षा के माध्यम से जागरूकता को बनाए रखना। स्कूलों और कॉलेजों में सड़क सुरक्षा शिक्षा केवल जागरूकता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक सुरक्षा संस्कृति का निर्माण करती है, जो युवाओं को सड़क सुरक्षा राजदूतों के रूप में विकसित करती है। इससे वे न केवल स्वयं जिम्मेदार नागरिक बनते हैं, बल्कि समाज को भी सुरक्षित बनाने में योगदान देते हैं। HMSI का उद्देश्य है कि वह एक ऐसी कंपनी बने, जिसकी समाज को आवश्यकता हो। इसके लिए वह समाज के हर वर्ग में चाहे वह स्कूली बच्चे हों, कॉर्पोरेट कर्मी हों या आम नागरिक सड़क सुरक्षा की जागरूकता फैलाने के लिए अनूठे और प्रभावी कार्यक्रमों का संचालन कर रही है। HMSI के प्रशिक्षित सड़क सुरक्षा प्रशिक्षकों की टीम देशभर में फैले 10 ट्रैफिक ट्रेनिंग पार्क (TTP) और 6 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटर्स (SDEC) के माध्यम से प्रतिदिन कार्यक्रम आयोजित करती है। इस पहल का उद्देश्य है कि सड़क सुरक्षा शिक्षा समाज के हर कोने तक पहुँचे। अब तक HMSI की यह पहल 97 लाख से अधिक भारतीयों तक पहुँच चुकी है। HMSI का नेशनल रोड सेफ्टी अवेयरनेस प्रोग्राम इस शिक्षा को मनोरंजक, वैज्ञानिक और व्यावहारिक बनाकर प्रस्तुत करता है, जिससे सड़क सुरक्षा का संदेश प्रभावी रूप से जन-जन तक पहुँचे वैज्ञानिक रूप से तैयार किया गया शिक्षण मॉड्यूल: होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत आयोजित की विशेष गतिविधियां व्यावहारिक प्रशिक्षण: होंडा के वर्चुअल राइडिंग सिम्युलेटर का उपयोग करके एक विशेष प्रशिक्षण गतिविधि का आयोजन किया गया, जिससे प्रतिभागी सड़क पर वास्तविक वाहन चलाने से पहले 100 से अधिक संभावित खतरों का अनुभव कर सकें। इंटरैक्टिव सत्र: प्रतिभागियों को खतरे का पूर्वानुमान लगाने का प्रशिक्षण, जिसे किकेन योसोकू प्रशिक्षण (KYT) कहा जाता है, प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण चालक/वाहन चालक की खतरे के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने और सड़क पर सुरक्षित ड्राइविंग व्यवहार सुनिश्चित करने में मदद करता है। मौजूदा चालकों का कौशल सुधार: जो छात्र और स्कूल के स्टाफ सदस्य पहले से ही वाहन चालक हैं, उन्होंने धीमी गति से वाहन चलाने की गतिविधियों और संकीर्ण पट्टियों पर वाहन चलाने के माध्यम से अपने कौशल का परीक्षण और सुधार किया। होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया (HMSI) ने हाल ही में अपनी डिजिटल सड़क सुरक्षा शिक्षा पहल ‘E-Gurukul’ की शुरुआत की है, जो एक अभिनव और समावेशी प्लेटफॉर्म है। यह प्लेटफॉर्म 5 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक की उम्र के बच्चों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए प्रशिक्षण मॉड्यूल प्रदान करता है, जिससे सड़क सुरक्षा पर एक व्यापक दृष्टिकोण सुनिश्चित किया जा सके।
