नई दिल्ली – ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ ऑकल्ट साइंस का 21वां दीक्षांत समारोह बड़े ही भव्य और भावनात्मक माहौल में भारत रत्न सी. सुब्रमण्यम ऑडिटोरियम, ICAR, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। यह दिन उन सैकड़ों विद्यार्थियों के लिए गर्व और खुशी का पल था जिन्होंने ज्योतिष, न्यूमरोलॉजी, हस्तरेखा, वास्तु, टैरो रीडिंग, ग्राफोलॉजी और रेकी जैसे विभिन्न कोर्सेस को सफलतापूर्वक पूरा किया। पूरा ऑडिटोरियम विद्यार्थियों की भावनाओं, उत्साह और उपलब्धियों से भरा हुआ था। देश के कोने-कोने से छात्र-छात्राएं इस खास मौके पर शामिल हुए। हर विद्यार्थी की अपनी एक अलग कहानी थी कई लोगों ने मंच पर आकर बताया कि इस संस्थान से जुड़ने के बाद उनकी ज़िंदगी में किस तरह का सकारात्मक बदलाव आया और उन्हें यहाँ से सच्चा ज्ञान और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद सभी अतिथियों और विद्यार्थियों का स्वागत किया गया। संस्थान के संस्थापक गुरुदेव श्री कश्यप जी ने सभी विद्यार्थियों को दिल से आशीर्वाद दिया, प्रेम और सम्मान से उन्हें सराहा। विद्यार्थियों ने भावुक होकर बताया कि किस तरह गुरुदेव ने उन्हें व्यक्तिगत समस्याओं से बाहर निकलने में मदद की और हर समय उनका मार्गदर्शन किया। इस समारोह की शोभा बढ़ाने पहुंचे माननीय मंत्रियों ने विद्यार्थियों को उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र, मेडल और आशीर्वाद देकर सम्मानित किया: श्री तोखन साहू केंद्रीय आवास और शहरी राज्य मंत्री,श्री सतीश चंद्र दुबे केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री, श्री जनार्दन सिंह सिग्रीवाल लोकसभा सांसद, श्री काली चरण सिंह लोकसभा सांसद सभी माननीय अतिथियों ने संस्थान के कार्यों की सराहना की और विद्यार्थियों को ईमानदारी व समर्पण के साथ ऑकल्ट साइंस का ज्ञान समाज तक पहुँचाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही सभी छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ भी दीं। कार्यक्रम का सबसे खास और भावनात्मक पल वह था जब गुरुदेव श्री कश्यप जी ने गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले छात्रों के लिए एक बहुत ही खास अवसर की घोषणा की। इन सभी मेडल विजेताओं को एक विशेष लिफाफा दिया गया, जिसमें उनके लिए एक सुनहरा मौका छुपा था – गुरु बनने और दूसरों को इसी क्षेत्र में मार्गदर्शन देने का अवसर। यह भावपूर्ण पहल न सिर्फ छात्रों की मेहनत को सम्मान देने वाली थी, बल्कि उन्हें एक गर्व भरा भविष्य भी प्रदान करती है, जहाँ वे खुद गुरु बनकर आगे का रास्ता तय कर सकें। जैसा कि पहले संस्थापक गुरुदेव श्री कश्यप जी द्वारा वादा किया गया था, संस्थान ने समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरी तरह निभाया। यह घोषणा की गई थी कि जो विद्यार्थी शुल्क देने में असमर्थ हैं और बीपीएल कार्ड धारक परिवारों से आते हैं, उन्हें संस्थान में सिर्फ ₹1 में कोर्स करने का अवसर दिया जाएगा। इसके साथ ही, दीक्षांत समारोह के दौरान यह भी घोषणा की गई कि कैंसर रोगियों को, जो जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं, उन्हें भी यही अवसर मिलेगा केवल ₹1 में शिक्षा प्राप्त करने का। यह वादा पूरा किया गया – और इस 21वें दीक्षांत समारोह में कई बीपीएल कार्ड धारकों और कैंसर रोगियों ने अपने कोर्स सफलतापूर्वक पूरे किए और समारोह में उन्हें उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। उनकी उपस्थिति और उपलब्धियों ने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया, जिससे यह कार्यक्रम वास्तव में समावेशी और प्रेरणादायक बन गया। यह 21वां दीक्षांत समारोह केवल एक कार्यक्रम नहीं था, यह एक ज्ञान, विकास और परिवर्तन का उत्सव था। हर कोई जो वहां उपस्थित था, खुद को गौरवपूर्ण और प्रेरित महसूस कर रहा था। हर साल की तरह, इस बार भी ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ ऑकल्ट साइंस ने यह सिद्ध कर दिया कि यह वही स्थान है जहां सच्चा ज्ञान और असली बदलाव एक साथ मिलते हैं।

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