गुरुग्राम- भारत की अग्रणी टायर निर्माता कंपनी सिएट ने आज अपने नए टायर सिएट रॉकरैड की लॉन्चिंग की घोषणा की। यह कंपनी का पहला रेडियल टायर है जिसे खासतौर पर खनन और दुर्गम इलाकों के लिए तैयार किया गया है। इस रणनीतिक कदम के साथ, सिएट ने ट्रक और बस रेडियल सेगमेंट में अपनी तकनीकी मजबूती को और पुख्ता किया है और ऐसे कठिन बाजार में प्रवेश किया है जहां टायर को बेहद कठिन परिस्थितियों में टिकना होता है। रॉकरैड का व्यापक परीक्षण किया गया है ओडिशा के बारबिल की चुनौतीपूर्ण खदानों से लेकर इंडोनेशिया के दुर्गम इलाकों तक। यह टायर अधिक टिकाऊपन, बेहतर पकड़ और ज्यादा माइलेज प्रदान करता है, जिससे यह भारी लोड ढोने वाले खनन कार्यों के लिए एक आदर्श विकल्प बन जाता है। रॉकरैड की शुरुआत खनन क्षेत्र में रेडियल टायरों की ओर एक अहम कदम है, जहाँ पारंपरिक रूप से बायस टायरों का बोलबाला रहा है। रॉकरैड का एक प्रमुख नवाचार इसका S-टाइप ट्रेड पैटर्न है, जो खुरदरे इलाकों में बेहतर ग्रिप और दबाव का समान वितरण सुनिश्चित करता है। इसके विशेष साइडवॉल कंपाउंड में कट-प्रतिरोध की असाधारण क्षमता है, जो लचीलेपन को बनाए रखते हुए लंबे समय तक स्थिर प्रदर्शन देता है। आंतरिक परीक्षणों से पता चला है कि रॉकरैड, नजदीकी प्रतिस्पर्धियों की तुलना में लगभग 7% बेहतर बीड टिकाऊपन देता है, साथ ही गर्मी के बेहतर वितरण और मजबूत संरचना की क्षमता रखता है। शुरुआत में यह टायर 11.00R20 साइज में उपलब्ध होगा और इसे देश के प्रमुख खनन क्षेत्रों ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में पेश किया जाएगा। रॉकरैड की लंबी सर्विस लाइफ न केवल कचरे को कम करती है, बल्कि वाणिज्यिक क्षेत्रों में सतत गतिशीलता को बढ़ावा देने के लिए सीएटी की प्रतिबद्धता को भी मजबूत करती है। यह लॉन्च सिएट के ट्रक और बस रेडियल पोर्टफोलियो को और सशक्त बनाता है और यह दर्शाता है कि कंपनी विशेष जरूरतों जैसे खनन और भारी निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए ग्राहक-प्रथम दृष्टिकोण अपनाती है।