चंडीगढ़- पंजाब में अवैध रेत खनन और इससे जुड़ी कंपनियों के खिलाफ धनशोधन संबंधी जांच के तहत मंगलवार को कई जगहों पर ईडी के छापों के कुछ घंटे बाद राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि चुनाव करीब है और ऐसे में उन पर दबाव बनाने तथा उन्हें और उनके मंत्रियों को निशाना बनाने की कोशिश हो रही है। भूपिंदर सिंह उर्फ हनी नामक एक व्यक्ति के परिसरों पर भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापों के तहत कार्वाई हो रही है।

हनी को मुख्यमंत्री चन्नी का रिश्तेदार बताया जाता है। चन्नी ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया, जब पश्चिम बंगाल में चुनाव थे तो ममता बनर्जी के रिश्तेदारों पर इस तरह के हमले किए गए। उसी तरह ईडी अब पंजाब में दबाव बनाने और परेशानी खड़ी करने की कोशिश कर रही है। हर तरह का दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, केवल मंत्रियों और मुख्यमंत्री पर ही नहीं बल्कि हर कांग्रेस कार्यकर्ता पर दबाव बनाया जा रहा है।

इस तरह का माहौल लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। जब चुनाव आने वाले हैं तो उन्होंने ईडी के छापों के बारे में सोचा, लेकिन हम हर तरह का दबाव, परेशानियां सहने को तैयार हैं। हम अपना चुनाव प्रचार जारी रखेंगे और वे कामयाब नहीं हो पाएंगे। जब मुख्यमंत्री से पूछा गया कि कितनी जगहों पर छापे मारे गए तो उन्होंने जवाब दिया, मैंने जो कुछ सुना है, वो टीवी और मीडिया के माध्यम से सुना है। मेरे पास पुख्ता जानकारी नहीं है।

लेकिन अंतत: यह मुझ पर और मेरे मंत्रियों पर निशाना साधने की कोशिश है।  सूत्रों के अनुसार कुछ कंपनियों और लोगों के खिलाफ पंजाब पुलिस की 2018 की एक प्राथमिकी का संज्ञान लेते हुए ईडी ने कार्वाई शुरू की है। इन लोगों पर राज्य में अवैध रेत खनन में शामिल होने का आरोप है। इस बारे में पूछे जाने पर चन्नी ने कहा, 2018 में मैं मुख्यमंत्री नहीं था। जैसा आप कह रहे हैं कि यह 2018 की प्राथमिकी पर आधारित है, तो मेरा क्या लेना-देना।

मैं तो उस वक्त मुख्यमंत्री भी नहीं था, लेकिन किसी न किसी तरह उन्हें मुझ पर और मेरे मंत्रियों पर हमला बोलना है। लेकिन मैं साफ बता दूं कि पंजाबी कभी दबाव में नहीं आते।  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गैरकानूनी तरीके से रेत खनन करने में शामिल कंपनियों के खिलाफ धन शोधन की जांच के तहत पंजाब में कई स्थानों पर मंगलवार को छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संघीय एजेंसी के अधिकारी चंडीगढ़ तथा मोहाली में कम से कम 10 से 12 स्थानों पर छापेमारी कर रहे हैं और धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत कार्वाई की जा रही है।