नई दिल्ली – ISHRAE दिल्ली चैप्टर द्वारा आयोजित “क्लाइमेट समिट 2025” का भव्य आयोजन कनॉट प्लेस में संपन्न हुआ। इस साल की थीम “नेट ज़ीरो भविष्य की ओर” पर आधारित, यह सम्मेलन जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए टिकाऊ समाधानों और तकनीकी नवाचारों पर व्यापक विचार-विमर्श का मंच प्रदान किया। ISHRAE के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जयंत कुमार दास ने कहा, हमें जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ाने और टिकाऊ समाधानों को बढ़ावा देने के लिए काम करना चाहिए।ISHRAE दिल्ली चैप्टर के अध्यक्ष वलीउल्लाह सिद्दीकी ने कहा,हमें इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा करने और समाधान खोजने के लिए एक साथ आने में गर्व है। ISHRAE दिल्ली चैप्टर के अध्यक्ष-निर्वाचित सुखदा टंडन ने कहा,हम जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस सम्मेलन के माध्यम से हम इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने की उम्मीद करते हैं। क्लाइमेट समिट 2025 के अध्यक्ष आशीष जैन ने कहा,हमारा उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ाना और टिकाऊ समाधानों को बढ़ावा देना है। सम्मेलन में मुख्य अतिथि माननीय श्री कृष्ण पाल मलिक, मंत्री, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन, उत्तर प्रदेश सरकार और गेस्ट ऑफ ऑनर श्री मोहम्मद रिहान, महानिदेशक, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी (NISE) उपस्थित थे। सम्मेलन में कार्बन न्यूट्रल प्रोग्राम की घोषणा की गई, जो जलवायु परिवर्तन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। नवीकरणीय ऊर्जा, डिकार्बोनाइजेशन, अपशिष्ट प्रबंधन, जल संरक्षण और क्लाइमेट फाइनेंस जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने पैनल डिस्कशन और शोध पत्र प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अपने विचार और अनुभव साझा किए। सम्मेलन में क्लाइमेट जर्नल का विमोचन किया गया और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित किया गया।