नई दिल्ली- परम पूज्य गृहस्थ संत गुरुदेव पंडित श्री देव प्रभाकर शास्त्री दद्दाजी के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का महामहोत्सव दद्दाजी धाम परिसर में 9 से 13 नवंबर, 2025 तक बड़े श्रद्धा और वैभव के साथ आयोजित होगा। यह पाँच दिवसीय महोत्सव देशभर से आने वाले हज़ारों श्रद्धालुओं, संतों, आध्यात्मिक आचार्यों और विशिष्ट अतिथियों को एक सूत्र में बाँध देगा। यह पावन महोत्सव 9 नवंबर, 2025 से शुभारंभ होगा, जिसकी शुरुआत असंख्य पार्थिव शिवलिंगों के निर्माण और रुद्राभिषेक जैसे दिव्य अनुष्ठानों से होगी। वातावरण में हर ओर वैदिक मंत्रों की गूंज और भक्ति का आलोक व्याप्त रहेगा।मुख्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह मंगलवार, 11 नवंबर, 2025 को प्रातः 10 बजे से दद्दाजी धाम, कटनी में विधिवत् होगा। इसके साथ कलश यात्रा, हवन, अभिषेक, आरती और पूर्णाहुति जैसे धार्मिक अनुष्ठानों के साथ यह महोत्सव आगे बढ़ेगा। 11 से 13 नवंबर, 2025 वृंदावन के प्रतिष्ठित कथावाचक पंडित इन्द्रेश उपाध्याय महाराज अपने दिव्य वचनों से श्रद्धालुओं को आशीषित करेंगे। इस पावन अवसर पर पंडित मोहित मराल गोस्वामीजी, पंडित अनिरुद्धाचार्यजी, पंडित पुंडलिक गोस्वामीजी और रेणुकाजी जैसे पूज्य संतों की गरिमामयी उपस्थिति भी महोत्सव को और अधिक आध्यात्मिक ऊँचाई प्रदान करेगी। महोत्सव की तैयारियों पर बोलते हुए श्री संजय सत्येन्द्र पाठक, जो परम पूज्य दद्दाजी के अनन्य भक्त, दद्दाजी मंदिर निर्माण समिति के संरक्षक और महोत्सव के मुख्य संयोजक हैं, ने कहा, परम पूज्य दद्दाजी के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा, उन सभी भक्तों के लिए आध्यात्मिक पुनर्मिलन का अवसर है, जिन्हें दद्दाजी के श्रद्धा, सेवा और समर्पण के संदेश ने छुआ है। यह मंदिर शांति, भक्ति और सामाजिक सौहार्द का दीपस्तंभ बनकर, आने वाली पीढ़ियों को दद्दाजी के निष्काम सेवा और अटूट आस्था के संदेश से निरंतर प्रेरित करता रहेगा।
