महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने रविवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर, त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने भी नेताजी को अगरतला में श्रद्धांजलि दी। उद्धव ने दक्षिण मुंबई स्थित अपने आधिकारिक बंगला वर्षा में बोस और अपने दिवंगत पिता की तस्वीरों पर माल्यार्पण किया तथा पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान महाराष्ट्र के पर्यटन एवं पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे।
राकांपा प्रमुख ने ट्वीट कर शिवसेना संस्थापक ठाकरे के भाषणों और उनके लेखों को याद किया, जिसमें तत्कालीन सामाजिक तथा राजनीतिक हालात पर टिप्पणी की गई थी। पवार ने कहा कि बाल ठाकरे ने मराठी भाषी लोगों के हितों की रक्षा के लिए पुख्ता कदम उठाए। पवार ने नेताजी को श्रद्धांजलि देते हुए स्वतंत्रता अंदोलन में उनके योगदान की सराहना की। उधर,त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में आयोजित एक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री एवं माकर्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता माणिक सरकार ने कहा कि भारत को राजनीतिक आजादी 75 साल पहले ही मिल गई थी, लेकिन आर्थिक आजादी अब भी लाखों भारतीयों के लिए दूर की कौड़ी है। उन्होंने कहा कि नेताजी ने एक ऐसे आजाद भारत का सपना देखा था जो भुखमरी से मुक्त हो। माकपा की युवा शाखा द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में सरकार ने कहा, यदि आर्थिक असमानता को दूर नहीं किया गया तो केवल राजनीतिक आजादी को वह आजादी नहीं कहा जा सकेगा, जिसका सपना देखा गया था।