नई दिल्ली- दिल्ली स्टेट आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन के नेतृत्व में चल रही दिल्ली की आंगनवाड़ीकर्मियों की हड़ताल  को 26वें दिन भी जारी रही। इस दौरान यूनियन के पदाधिकारियों ने दिल्ली सरकार की तमाम जुमलेबजियों को सप्रमाण झूठा साबित किया। यूनियन की अध्यक्षा शिवानी कौल ने बताया कि आंगनवाड़ीकर्मी बहनों की जुझारू हड़ताल के दबाव में आकर केजरीवाल सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम को एक प्रेस कांफ्रेंस करनी पड़ी है। इस दौरान उन्होंने मामूली वेतन वृद्धि करके हड़ताली आंगनवाड़ीकर्मी बहनों को बरगलाने का प्रयास किया है। लेकिन इस मामूली वेतन बढ़ोतरी को यूनियन ने भीख देने के समान अपमानजनक करार दिया। इसपर सवाल उठाते हुए यूनियन अध्यक्षा ने कहा कि अपने विधायकों के वेतन में तो सरकार 66 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर चुकी है लेकिन हमारे मामूली वेतन में थोड़ी सी बढ़ोतरी करके यह हमें बरगलाना चाहती है। शिवानी ने कहा कि केजरीवाल सरकार की मामूली वेतन वृद्धि के झांसे में हड़ताली आंगनवाड़ीकर्मी महिलाएं बिल्कुल भी नहीं आएंगी। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यूनियन से वार्ता और सम्मानजनक समझौते के बिना हड़ताल न केवल जारी रहेगी बल्कि 28 फरवरी के बाद हड़ताल स्थल पर दिन-रात का धरना भी चलेगा।उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हम हड़ताल को और तीव्र करेंगे और दिल्ली सरकार की नाक में दम करो अभियान भी व्यापक किया जाएगा। बता दें कि  देर रात तक कश्मीरी गेट स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग पर आंगनवाड़ी वर्कर्स का धरना जारी रहा।