संयुक्त राष्ट्र ने बृहस्पतिवार को बताया कि रूस के हमला करने के बाद से 10 लाख लोग यूक्रेन छोडक़र चले गए हैं। इस सदी में पहले कभी इतनी तेज गति से पलायन नहीं हुआ है।इस बीच, देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव और दो अहम बंदरगाहों पर रूसी बलों की बमबारी जारी है। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग (यूएनएचसीआर) के आंकड़ों के अनुसार, पलायन करने वाले लोगों की संख्या यूक्रेन की आबादी के दो प्रतिशत से अधिक है। पंद्रह लाख की आबादी वाले खारकीव शहर से बड़ी संख्या में पलायन हुआ है,गोलीबारी और गोलाबारी के बीच लोग अपनी जान बचाने के लिए स्टेशनों में पहुंचे और ट्रेनों में बैठते नजर आए। राजधानी कीव में कई दिनों तक रुकने के बाद टैंक और अन्य वाहनों ने देश भर में कई स्थानों पर हमला किया है।
इस युद्ध को समाप्त करने के लिए दोनों देशों के बीच दूसरे दौर की वार्ता बृहस्पतिवार देर रात पड़ोसी देश बेलारूस में होने की संभावना है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मारियूपोल शहर को रूसी बलों ने घेर लिया है,वहीं एक अहम बंदरगाह खेरसन के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है। रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन की सेना ने दावा किया कि उन्होंने खेरसन पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया है, जो आक्रमण में कब्जे में आने वाला सबसे बड़ा शहर होगा। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ऐसा संभव है,लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती। समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के संवाददाताओं ने रात में कीव में जोरदार धमाके की आवाजें सुनी। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने सरकारी मुख्यालयों से लगभग सात किलोमीटर दक्षिण में, लेसा होरा जिले में एक प्रसारण केंद्र पर हमला किया।
इसमें कहा गया है कि अनिर्दिष्ट हथियारों का इस्तेमाल किया गया था, और आवासीय भवनों को कोई क्षति नहीं हुई और कोई हताहत नहीं हुआ है। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ की ओर से जारी बयान में हमले का कोई जिक्र नहीं किया गया,इसमें कहा गया कि रूसी बल दोबारा संगठित हो रहे हैं और शहर के उत्तरी सुदूर इलाकों में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय के जारी आंकडों के अनुसार युद्ध की शुरुआत से अब तक 227 नागरिक मारे गए हैं और 525 घायल हुए हैं। वहीं यूक्रेन का कहना है कि इन हमलों में दो हजार से अधिक आम आदमी मारे गए हैं।
इन आंकडों की स्वतंत्र तौर पर पुष्टि नहीं की जा सकी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अपने वीडियो संदेश में देश के नागरिकों से प्रतिरोध जारी रखने का अनुरोध किया है। उन्होंने रूसी सैनिकों को भ्रमित बच्चे करार दिया,जिन्हें इस्तेमाल किया गया है। इस बीच दुनिया भर के देशों के रूस के खिलाफ एकजुट होने से रूस अलग थलग पड़ता दिखाई दे रहा है। अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के अभियोजक ने एक जांच शुरू की है, जो यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्वाई के दौरान नागरिकों की मौत के बढ़ते मामलों और संपत्ति के व्यापक विनाश के बीच युद्ध अपराधों, मानवता के खिलाफ अपराधों या नरसंहार के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले वरिष्ठ अधिकारियों को लक्षित कर सकती है। यूक्रेनी सेना ने एक बयान में कहा कि रूसी बलों को मारियूपोल पर कब्जा करने का मुख्य लक्ष्य हासिल नहीं हुआ है, वहीं उसने खेरसन में हालात के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। पुतिन की सेना ने दावा किया कि उन्होंने खेरसन पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया है, इस पर ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वाल्स ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह संभव हो सकता है,हांलाकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। वहीं अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने इन दावों को खारिज किया है।
अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, हमारा मानना है कि खेरसन पर कब्जा आसान नहीं है। जेलेंस्की के कार्यालय ने कहा कि लड़ाई चल रही है ऐसे में वह खेरसन में हालात के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकते। खेरसन के मेयर इगोर कोल्यखेव ने कहा कि रूसी सैनिक शहर में हैं और शहर के प्रशासन भवन में आए थे। मेयर ने कहा कि उन्होंने उनसे कहा कि वे नागरिकों को गोली न मारें और लोगों को सडक़ों से शव उठाने दें। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा, यहां यूक्रेनी सेना नहीं है, केवल आम जनता और लोग है, जो जीना चाहते हैं।