बेंगलुरु- भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. एदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में अगले साल कर्नाटक में अपनी पार्टी के सत्ता में वापस आने का विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस मुक्त भारत की दिशा में एक और कदम होगा। उन्होंने पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर के चुनावों में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन का हवाला देते हुए विधानसभा में कहा कि 2023 में कर्नाटक में सबसे पुरानी पार्टी के लिए यह एक तरह की पुनरावृत्ति होगी और उन्होंने कांग्रेस से विपक्ष में बैठने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा, पांच राज्यों में हाल में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों से स्पष्ट है कि कांग्रेस का सफाया हो गया है और देश में उसके पास नेतृत्व नहीं है। यह तय है कि भाजपा 135-140 सीटें जीतकर कर्नाटक में सत्ता में वापसी करेगी। कांग्रेस को विपक्ष में बैठने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भाजपा के अन्य नेताओं के साथ राज्यभर में यात्रा करेंगे और जन-समर्थक कार्यक्रमों का प्रसार करेंगे, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कांग्रेस स्थाई रूप से विपक्ष में बैठे। भाजपा ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में शानदार जीत हासिल की है जबकि आम आदमी पार्टी पंजाब में जीत हासिल कर वहां अपनी पहली सरकार बनाने के लिए तैयार है। एदियुरप्पा ने कहा, मुख्यमंत्री कौन बनेगा यह महत्वपूर्ण नहीं है। मैंने कभी नहीं कहा कि मैं मुख्यमंत्री बनूंगा। मैंने स्थिति देखी और इस्तीफा दे दिया। एक बार फिर मुख्यमंत्री पद का  होने का कोई सवाल ही नहीं है। यह 100 प्रतिशत निश्चित है कि बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में भाजपा सत्ता में वापस आएगी। कांग्रेस नेता एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया को जवाब देते हुए उन्होंने कहा, आपने कहा था कि मुझे मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था, लेकिन देश और राज्य के लोग जानते हैं कि मैंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया था और बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया था। एदियुरप्पा की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, सिद्धारमैया ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री पद छोडऩे के बाद दर्द में बोल रहे थे और उन्हें याद दिलाया कि पद छोड़ते समय वह रो पड़े थे। उन्होंने कहा, लोगों ने पहले ही भाजपा को सत्ता से बाहर करने और कांग्रेस को वापस लाने का फैसला कर लिया है। यह उस समय तय किया गया था जब आप एदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था भाजपा ने पांच राज्यों के चुनाव में उन राज्यों में सत्ता बरकरार रखी है जहां आप सत्ता में थे। उन्होंने भाजपा पंजाब में कितनी सीटें जीतीं, केवल दो। सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक की स्थिति अन्य राज्यों से अलग है। उन्होंने कहा, यहां के लोगों ने पहले ही भाजपा को हराने का फैसला कर लिया है। हम लोगों की नब्ज को समझने के बाद यह कह रहे हैं। आप एदियुरप्पा वैसे भी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। कांग्रेस जरूर सत्ता में वापस आएगी। आपका सपना सच नहीं होगा। इस बीच मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि चुनावों के दौरान सत्ता विरोधी लहर एक प्रमुख कारक है और भाजपा ने बार-बार साबित किया है कि वह अपने जनहितकारी कार्यों और एजेंडे के साथ इससे लड़ सकती है। उन्होंने कहा, भाजपा के पास नरेन्द्र मोदी का करिश्मा, एदियुरप्पा का नेतृत्व और हमारी सरकार के कार्यक्रम हैं जो यह सुनिश्चित करेंगे कि हमें 2023 के विधानसभा चुनाव में जनता का आशीर्वाद मिले।