नई दिल्ली-वर्ष 2021-22 में माल ढुलाई में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली भारतीय रेलवे ने अप्रैल 2022 में भी पिछले वर्ष के प्रदर्शन को बरकरार रखा है । भारतीय रेलवे ने अप्रैल 2021 में माल लदान के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 111.64 एमटी में 10.5 एमटी 9.5 प्रतिशत वृद्धि के बढ़ते लदान के साथ 122.2 एमटी का कुल माल लदान दर्ज किया है । इस उपलब्धि के साथ,भारतीय रेलवे ने लगातार 20 महीनों तक श्रेष्ठ मासिक आंकड़े दर्ज किए हैं ।  सितम्बर 2020 में शुरू हुआ यह रूझान हर गुजरते माह के साथ मासिक लदान के नए रिकॉर्ड के साथ बना हुआ है । अप्रैल 2021 में भारतीय रेलवे के माध्यम से बुक कराए गए 62.6 बिलियन के एनटीकेएम की तुलना में अप्रैल 2022 में 17.7 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 73.7 बिलियन एनटीकेएम बुक किया गया है । इस वृद्धि में 5.8 एमटी की क्रमिक वृद्धि के साथ कोयला, 3.3 एमटी की क्रमिक वृद्धि के साथ खद्यान्न और 1.3 एमटी की क्रमिक वृद्धि के साथ उर्वरक ने अपना योगदान दिया है । इस्पात संयंत्रों के लिए कच्चे माल और तैयार इस्पात को छोडक़र सभी मदों के लदान में पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि दर्ज की गई है । प्रतिदिन लदान किए जाने वाले वैगनों के मामलों में भी 9.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है । भारतीय रेलवे ने पिछले वर्ष अप्रैल माह में लदान किए गए 60434 वैगन प्रतिदिन की तुलना में इस वर्ष इसी अवधि में 66024 वैगन प्रतिदिन लदान किया है । देश में आर्थिक गतिविधियों के फिर से शुरू होने और आयातित कोयला आधारित उत्पादन में कमी के कारण, कोयले की उच्च अंतराष्ट्रीय कीमतों के कारण घरेलू कोयले की मांग में पर्याप्त वृद्धि देखी गई है जिसे रेलवे लगातार पूरा कर रहा है । यह इस बात से स्पष्ट है कि सितम्बर 2021 से मार्च 2022 के बीच भारतीय रेलवे ने बिजलीघरों को कोयले के लदान में 32 प्रतिशत की वृद्धि की है । यह प्रवृति अप्रैल 2022 में भी जारी रही है और अप्रैल 2022 में कुल कोयला लदान में एक आशातीत वृद्धि दर्ज की गई है । इस प्रकार भारतीय रेलवे लंबे समय ये अधिक कोयले घरेलू और आयातित दोनों का लदान करके उच्चतर एनटीकेएम अर्जित कर रहा है । अप्रैल 2021 की तुलना में अप्रैल 2022 में कोयला लदान में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई है इसमें 9 प्रतिशत की वृद्धि सीसा में और 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि एनटीकेएम में दर्ज की गई है । अप्रैल 2022 में बिजलीघरों के लिए कोयले का लदान  भी 18.8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बढ़ गया है । भारतीय खाद्य निगम द्वारा गेहूं की पर्याप्त खरीद और गेहूं के निर्यात में तेजी की मांग के मद्देनजर, अप्रैल में खाद्यान्नों के लदान में 95 प्रतिशत की वृद्धि हुई है । इसके अलावा उर्वरकों के लदान में भी 53 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है ।  कंटेनर क्षेत्र की वृद्धि 10 प्रतिशत से अधिक और घरेलू कंटेनर क्षेत्र में 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है ।