वाराणसी – समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने चंदौली जिले में पुलिस की छापेमारी के दौरान एक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए दावा किया कि उनकी पिटाई से ही युवती की मौत हुई है। यादव ने घटना की जांच उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से कराने की मांग की और कहा कि उच्चस्तरीय न्यायिक जांच से ही परिवार को न्याय मिलेगा।चंदौली में एक मई को पुलिस की छापेमारी के दौरान एक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी, जिसके बाद छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया था। परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि युवती के साथ दुष्कर्म किया गया।चंदौली में युवती के परिजनों से मिलने पहुंचे यादव ने यहां संवाददाताओं से कहा, क्या कोई कल्पना कर सकता है कि पुलिस दबिश छापे के बहाने दबंग बनकर दिखाएगी। यादव ने सवाल उठाया कि पुलिस को किसी भी घर में घुसकर मारपीट करने का अधिकार किसने दिया और किस कानून के तहत, उसे पुलिस को लोगों को पीटने का अधिकार मिला। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि वह युवती पुलिस की पिटाई के कारण मर गई। उन्होंने हत्या के आरोप में भादंसं की धारा 302 हत्या के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग उठाई। यादव ने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाए। सपा मुख्यालय से लखनऊ में जारी बयान के अनुसार, पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने चंदौली जिले के मनराजपुर गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। बयान में आरोप लगाया गया कि मनराजपुर गांव में पुलिस ने कन्हैया यादव के घर दबिश डालकर उनकी बेटियों की पिटाई की थी, जिससे उनकी एक बेटी की मौत हो गई। अखिलेश यादव ने घटना की जांच उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की और दावा किया कि भाजपा सरकार की जांच से परिवार को न्याय नहीं मिलेगा। यादव ने आरोप लगाया, भाजपा समाज को शान्ति से नहीं रहने देना चाहती, वह नफरत फैला रही है। भाजपा चाहती है कि लोग आपस में लड़ते रहें।उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा लोकतंत्र को खत्म कर रही है और भाजपा ने उप्र को पुलिस स्टेट बना दिया है। सपा प्रमुख ने कहा कि पुलिस के जरिए प्रेस और जनता की आवाज दबाई जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया, सरकार पुलिस के जरिए जाति, धर्म देखकर झूठे मुकदमे लगा रही है। सबसे ज्यादा हिरासत में मौतें और फर्जी एनकाउंटर उत्तर प्रदेश में हुए हैं। भाजपा के राजनीतिक विरोधियों पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। यादव ने विभिन्न आरोपों में वाराणसी जेल में बंद अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की। उन्होंने आरोप लगाया कि जो कार्यकर्ता रोजे में उपवास पर थे, उन्हें जेल भेज दिया और उन्हें अपनी ईद जेल में मनानी पड़ी। सपा नेता ने भरोसा दिया कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ हैं और उन्हें हर संभव कानूनी सहायता प्रदान की जाएगी।